- पेट का फोड़ा:- बन्दगोभी का रस और गाजर का रस बराबर मात्रा में मिला दें। 125 मि० ली० सबेरे खाली पेट में 2-3 महीने तक सेवन करते रहें ।
- वजन कम करने के लिए (over weight) :-कच्ची बन्दगोभी सलाद के रूप में हर रोज 2-3 महीने तक खाएँ ।
- संक्रमित घाव, अलसर, फोड़ा-फुंसी, चर्मरोग:- गोभी के पत्ते को साफ कर आग के ऊपर गरम कर दें। उसको कूटकर घाव पर लगा कर पट्टी बाँध दें । हर रोज नया पत्ता बाँधे ।
- कब्जा :- कच्ची गोभी महीन काट दें और उसमें गोलर्मिंच, नमक और र्नीचू रस मिला कर खाएँ ।
- बुढापे में नियमित रक्त संचार के लिए :- भोजन में कच्ची गोभी नियमित खाएँ ।
- आधकपारी :- गोभी के कुछ पत्तों को काटकर एक कपड़े में लगा दें और सोने से पहले माथे पर बाँध दें ।
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बंधगोभी के फायदे एवं घरेलु नुस्खे - Bandhagobhi ke fayde
गोलमिर्च के गुण और इसके फायदे
गोलमिर्च (Piper nigrum)
गोलमिर्च के गुण, फायदे और घरेलू एवं देसी नुस्खे, Benefits of Black Pepper in hindi, Golmirch ke gun, fayde aur gharelu ewam desi nuskhe.
तम्बाकू का नशा :- 2-3 गोलमिर्च चबाकर रस पिएं।
पूरे शरीर पर खुजली :- 100 मि०ली० नारियल-तेल में एक चम्मच गीलमिर्च का चूर्ण डालकर एक बार उबाल दें और देह पर लगा दे ।
गोलमिर्च के गुण, फायदे और घरेलू एवं देसी नुस्खे, Benefits of Black Pepper in hindi, Golmirch ke gun, fayde aur gharelu ewam desi nuskhe.
अपच :- एक चम्मच गोलमिर्च गरम कर कूट लें और एक ग्लास पानी में तीन मिनट तक उबाल दें। उसमें एक मुट्ठी तुलसी पत्ता डालकर आग पर से उतार दें और ढक्कन लगाकर पाँच मिनट तक रख दें । एक का दिन में दो बार सेवन करें ।
खाँसी, सदी, फ्लू :- (a) एक चम्मच गोलमिर्च में एक चम्मच घी मिलाकर भून लें । उसको दो चम्मच चीनी के साथ पीस लें । एक चुटकी बराबर ( हर 10 मिनट पर) खाते रहें ।
(b) गोलमिर्च का 1/2 चम्मच चूर्ण एक पके हुए केले के साथ अच्छी तरह मिला दे । उसको तीन बार सेवन करें ।
मलेरिया :- आधा चम्मच गोलमिर्च का चूर्ण एक कप पानी में उबाल कर एक-एक कप प्रत्येक दो या तीन घंटे पर 5-7 दिनों तक सेवन करें । भोजन के लिए केवल हल्की, तरल चीज़ (liquid diet) दें ।
पुराना मलेरिया (chronic maleria):- एक बडा चम्मच गोलमिर्च कूट कर दो ग्लास पानी में उबाल कर 1/2 ग्लास काढा तैयार करें। उसको रात भर ( 8-12 घंटे) ठंडा होने दें । सबेरे छान कर खाली पेट सेवन करें। एक खुराक सुबह-शाम पी सकते हैं । (जिनको पेप्टिक अलसर है, इस दवाई का सेवन न करें)
बुखार :- एक चम्मच तुलसी पत्ते के रस में 1/4 चम्मच गोलमिर्च का चूर्ण मिला दें और थोड़ा शहद मिला कर दिन में 2 बार 3 -4 दिनों तक सेवन करें।
तम्बाकू का नशा :- 2-3 गोलमिर्च चबाकर रस पिएं।
पूरे शरीर पर खुजली :- 100 मि०ली० नारियल-तेल में एक चम्मच गीलमिर्च का चूर्ण डालकर एक बार उबाल दें और देह पर लगा दे ।
हैजा (cholera) :- गोलमिर्च, हींग और अफीम 20-20 ग्राम पीस लें । इसकी 16 गोलियाँ तैयार करें। मात्रा : 1 गोली हर 2 घंटे, चार बार तक (इस को ज्यादा लेना हानिकारक है ।)
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