दालचीनी का सेवन (Daalchini ka sevan) दस्त बंद करने में कारगर है

दालचीनी (daalchini) गरम मसाला का एक प्रमुख अवयव है, जो सेहत के लिए कई रूप में फायदेमंद है। प्रस्तुत है कुछ घरेलू उपचार (Home remedies)।

दालचीनी का सेवन दस्त बंद करने में कारगर है
  • रात को सोते समय एक चुटकी दालचीनी पाउडर (Dalchini powder) शहद के साथ मिला कर लेने से तनाव में राहत मिलती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है। 
  • ठंडी हवा से होनेवाले सिरदर्द से राहत पाने के लिए दालचीनी के पाउडर को पानी में मिला कर पेस्ट बना कर माथे पर लगाएँ। 
  • दालचीनी पाउडर (Daalchini powder) में नींबू का रस मिला कर लगाने से मुँहासे व ब्लैक हैडस दूर होते हैं। 
  • मुंह से बदबू आने पर दालचीनी का छोटा टुकड़ा (daalchini ka tukda) चूसें। 
  • एक नींबू के रस में दो बड़े चम्मच जैतून का तेल, एक कप चीनी, आधा कप दूध, दो चम्मच दालचीनी चूर्ण (Daalchini churn) मिला कर पाँच मिनट के लिए शरीर पर लगाएँ। इसके बाद नहा लें, त्वचा खिल उठेगी। 
  • तीन बड़े चम्मच शहद और एक चोटी चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएँ। सोते समय चेहरे पर लगाएँ। सुबह गुनगुने जल से धोएँ। चेहरे पर चमक आएगी। 
  • दालचीनी पाउडर की तीन ग्राम मात्रा सुबह-शाम पानी के साथ लेने पर दस्त बंद हो जाते हैं। 
  • शहद-दालचीनी का मिश्रण आर्थराइटिस में लाभप्रद है। 
  • गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिला कर पेस्ट बनाएँ। इसे सिर में लगाएँ और पंद्रह मिनट बाद धो लें। आपके बाल नहीं झड़ेंगे। 

मधुमक्खी (Honey bee) के डंक मारने पर क्या उपचार करें

तुलसी पत्ते के रस से मधुमक्खी डंक (Madhumakkhi) में आराम

मधुमक्खी के डंक  (Madhumakkhi ke dank) मारने पर बहुत ही तेज दर्द और जलन होती है। डंक मारे गये स्थान पर सूजन भी हो जाती है। कुछ घरेलू उपायों (Gharelu upay) से इससे होनेवाली तकलीफ से बचा जा सकता है। (Madhumakkhi ke katne par kya gharelu upchar karen).

मधुमक्खी के डंक मारने पर क्या उपचार करें
  • मधुमक्खी के डंक मारे हुए भाग को तुरंत ठंडे पानी में डुबो कर पाँच मिनट तक रखें। ऐसा करने से जलन थोड़ी कम हो जाएगी। 
  • मधुमक्खी के डंक मारे गये स्थान पर बर्फ की सिल्ली को कपड़े में बांध कर 10 मिनट तक हल्का-हल्का रगड़ें। इससे तुरंत आराम मिलता है। 
  • जिस जगह पर डंक लगा हो, उस भाग को पूर्ण रूप से टूथपेस्ट के लेप से ढंक देना चाहिए। इससे जहर (Madhumakkhi ka jahar)  का असर कम हो जाता है। 
  • डंक मारे जानेवाले स्थान पर शहद लगाने से राहत मिलती है। 
  • चुना एक एल्केलॉयड है। इसे डंक मारे हुए स्थान पर लगाने से यह उसके जहर के असर को कम कर देता है। 
  • गेंदे के फूल के रस को लगाने से जलन और सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए गेंदे के फूल को सीधे निचोड़ कर लगा सकते हैं। 
  • तुलसी के पत्ते के रस को मधुमक्खी के काटे (Madhumakkhi ke katne par) गये स्थान पर सीधे लगाने से लाभ मिलता है। 
  • पपीता को काट कर उसके गूदे से मधुमक्खी द्वारा डंक मारी गयी जगह पर मालिश करें और 20 मिनट तक लगा रहने दें। 

थकान से होने वाले पैर दर्द पर ये उपाय अपनाएं - Pair dard dur karne ke upay

काम-काज के थकान से महिलाएं अकसर पैर दर्द से परेशान (Pair dard se pareshan) होती है। कुछ आसान उपायों को अपना कर आप दर्द से छुटकारा (Dard se chutkara) पा सकते हैं। 

थकान से होने वाले पैर दर्द पर ये उपाय अपनाएं
  • एक तौलिये में बर्फ के कुछ टुकड़े रखें। पैर के जिस भी हिस्से में दर्द (Dard) हो रहा हो, वहाँ पर 15 से 20 मिनट लगा कर रखें। इससे दर्द कम होगा। अगर पैरों में सूजन (Pairon me sujan) होगी, तो वह भी दूर हो जाएगी। 
  • मसाज से ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होता है। इस कारण दर्द (pain) से राहत मिलती है। जैतून, नारियल या सरसों तेल से प्रभावित हिस्से में मालिश करने से भी पैरों के दर्द से राहत (Pairon ke dard se rahat) मिलती है। 
  • एक चम्मच हल्दी पाउडर को तिल के साथ मिला कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को आधे घंटे तक पैर में लगा कर रखें। इससे काफी राहत मिलती है। 
  • दूध में हल्दी पाउडर मिला कर पीने से भी दर्द (pain) दूर होता है। 
  • एक या दो कप सेब के सिरके को हल्के गरम पानी में मिला कर आधा घंटे तक पैर को पानी में रखें। 
  • हल्के गरम पानी में आधा कप इप्सम साल्ट को पानी में डालें। पानी में 15 मिनट तक पैर को डूबा कर रखें। 
  • अदरक के तेल से दिन में दो या तीन बार मालिश करने से राहत मिलती है। 
  • अंडी के तेल में नींबू का रस मिला कर पैर में मालिश करें। 
  • हल्के गरम पानी में नींबू का रस और थोड़ा शहद मिला कर पीने से भी दर्द से राहत मिलती है। 
  • विटामिन डी की कमी से भी पैर में दर्द हो सकता है। ऐसे में विटामिन डी का डोज लेने से दर्द में राहत मिलती है। 

दाद (Ringworm) ठीक करने के घरेलू उपाय

दाद क्या होता है? What is Ringworm in hindi?

दाद (Ringworm) एक फंगल संक्रामण (Fungal infection) है जो शरीर के किसी भी भाग जैसे सिर, पैर, गर्दन या किसी भी अंदरूनी अंगों में हो सकता है। यह लाल या हल्का भूरा रंग का होता है जिसका आकार गोल होता है। पसीने लगने पर इसमें बहुत ज़ोरों से खुजली होने लगती है और यह तेजी से फैलने लगता है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। थोड़ी सफाई रखें तथा कुछ घरेलू उपाय को अपना कर इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। 
एक्जिमा या दाद ठीक करने के घरेलू उपाय
लहसुन का रस: लहसुन को छील कर और बारीक काट कर दाद प्रभावित क्षेत्र (Dad prabhavit chetra) इसे रात भर रहने दें।

एप्पल वेनिगर: रुई के टुकड़े को एप्पल साइडर वेनिगर में डुबोएँ और दाद प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 5 बार लगाएँ। तीन दिनों में ही असर दिखेगा।

नारियल तेल: रोज रात में सोने से पहले नियम से नारियल तेल लगाएँ। ऐसा कई दिनों तक करें।

जोजोबा तेल और लेवेंडर तेल: एक चम्मच जोजोबा तेल में एक बूंद लेवेंडर तेल मिलाएँ। इसे रुई की मदद से दाद (Ringworm) प्रभावित हिस्से पर लगाएँ।

सरसों:सरसों को 30 मिनट के लिए पानी में भिगोएँ, फिर उसे पीस कर मोटा पेस्ट तैयार करें। इसे दाद (Ring worm) प्रभावित जगह पर लगाएँ, इससे लाभ होगा।

हल्दी: रुई से ताजी हल्दी का रस शरीर पर लगाएँ। इसे दिन में तीन बार लगाएँ।

सिरका और नमक: नमक और सिरका का गाढ़ा पेस्ट बनाएँ। इसे प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 5 बार लगाएँ। सात दिनों तक लगाने से लाभ मिलेगा।

एलोवेरा: एलोवेरा के रस को शरीर पर लगाएँ और रातभर उसे ऐसे ही छोड़ दें। सुबह धो लें। इसे रोग के ठीक होने तक लगाएँ।

मलेरिया में कारगर हैं जीरा पाउडर व गुड़ की गोलियां

बरसात के मौसम में मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है, जो मलेरिया बुखार का मुख्य कारण (Maleria fever ka mukhya karan) है। इसमें ठंड लग कर बुखार (Bukhar) आता है और पसीना देकर उतर जाता है। यह एक निश्चित समय में ही आता है। प्रस्तुत है मलेरिया के लिए कुछ घरेलू उपाय Malaria bukhar ke liye gharelu nuskhe)। 
मलेरिया में कारगर हैं जीरा पाउडर व गुड़ की गोलियां

  • नमक, काली मिर्च को कटे नींबू में भर कर गरम करें और उसे चूसें। आपका मलेरिया बुखार (Malaria fever) उतार जायेगा। ऐसा रोज दिन में दो बार करें। 
  • दो नींबू का रस छिलकों सहित 500 ग्राम पानी में मिला कर मिट्टी या स्टील के भगोने में रात को उबाल कर रख लें। सुबह इसे पीने से मलेरिया बुखार (Malaria fever) आना बंद हो जाता है। 
  • दो नारंगी के छिलकों को दो कप पानी में उबालें। आधा पानी रह जाने पर छान कर गरम करके पीएं।
  • सेब खाने से भी ज्वार (fever) जल्दी ठीक हो जाता है। 
  • मलेरिया में ज्वर (Malaria fever) आने के समय से ठीक पहले सेब खाने से ज्वर नहीं आता है। 
  • एक चम्मच जीरा पीसें। तीन गुना गुड़ इसमें मिला कर तीन गोलियां बनाएँ और एक-एक गोली खाएं। 
  • धनिया और सोंठ दोनों पीसें और समान मात्रा में मिला कर रोज तीन बार पानी से लें। 
  • लहसुन का रस नाखूनों पर बुखार आने से पहले लगाएँ। एक चम्मच रस, एक चम्मच तिल के तेल में मिला कर एक-एक घंटे में दस बूंद लें। 
  • सेंधा नमक चूर्ण 25 ग्राम चीनी का चूर्ण 100 ग्राम आधा चम्मच तीन बार गरम पानी से लें।   

धनिया पत्ती के रस से बंद होता है नाक से खून का निकालना

गर्मी में कुछ लोगों को नाक से खून बहने (Naak se khoon bahna) की शिकायत होती है। यह शिकायत मुख्यतः बच्चों में ज्यादा होती है। इसे नाकसीर (Naaksir) कहते हैं। कुछ को अधिक गरम पदार्थ खाने से भी नाकसीर (Naakseer) हो जाता है। प्रस्तुत है कुछ घरेलू नुस्खे जिनके प्रयोग से इस समस्या से बचा जा सकता है। (Home remedies for bleeding from nose in hindi)। 
धनिया पत्ती के रस से बंद होता है नाक से खून का निकालना


  • प्याज को काट कर नाक के पास रखें और सूंघें। 
  • काली मिट्टी पर पानी छिड़क कर सूंघें। 
  • रुई के फाहे को सफ़ेद सिरका में भिगो कर नाक पर रखें, खून बहना बंद हो जायेगा। 
  • कुर्सी पर बिना टेक लिए बैठ जाएं, नाक की बजाय मुंह से संस लें। 
  • ठंडे पानी में भीगे हुए रुई के फाहे नाक पर रखें। रुई के फाहों को भिगो कर फ्रिजर में रखें। ठंडा होने पर इससे सेकें। 
  • धनिये की पट्टियों के रस की कुछ बूंदें नाक में डालें। 
  • सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखने से भी राहत मिलेगी। 
  • ठंडा पानी की धार सिर पर डालने से नाक से खून आना बंद हो जाता है। 
  • बच्चों को पानी में मिश्री या बताशा मिला कर पिलाने से नाकसीर बंद हो जाती है। 
  • थोड़ा-सा सुहागा पानी में घोल कर नथुनों पर लगाएँ, इससे भी नाकसीर तुरंत बंद हो जाती है। 
  • शीशम या पीपल के पत्तों को पीस कर 4-5 बूंद रस नाक में डालें, तो तुरंत आराम मिल जाता है। 
  • शीशम के पत्ते पीस कर शरबत सुबह-शाम 15 दिन तक पीएं। नाकसीर खत्म हो जायेगा। 

विभिन्न शारीरिक समस्याओं में सोंठ का प्रयोग

अदरक को सूखा कर सोंठ (Sonth) बनायी जाती है। सोंठ का उपयोग (Sonth ka upyog) हर घर में दाल-साग के मसालों में होता है। इसमें स्वास्थ्य के लिए कई लाभदायक गुण होते हैं। हमारे शरीर के लिए सोंठ बहुत फायदेमंद है (Sonth ke fayde)। प्रस्तुत है इसके कुछ घरेलू उपचार (Sonth ke gharelu nuskhe)। 

विभिन्न शारीरिक समस्याओं में सोंठ का प्रयोग
  • सोंठ के चूर (Sonth ka churn) में गुड़ और घी डाल कर छोटे लड्डू बनाएँ और सुबह खाएं। वायु विकार और जुकाम दूर होगा। 
  • थोड़ा सोंठ का चूर्ण और गुड़ को एक चम्मच घी में मिलाएँ और थोड़ा पानी मिला कर गरम करके रबड़ी जैसा बनाएँ। रोज सुबह इसे चाटने से तीन दिनों में सर्दी-जुकाम दूर हो जाती है। 
  • सोंठ का काढ़ा बना कर पीने से देह की कांति बढ़ती है, चित प्रसन्न रहता है और शरीर पुष्ट होता है। 
  • सोंठ, चोटी हरड़ और नागरमोथा का चूर्ण बराबर मात्रा में लें, इसमें दुगुना गुड़ डालें। चने के बराबर गोलियां बना कर चूसें। खांसी और दमा दूर होगी। 
  • सोंठ और ज्वाखार बराबर लेकर घी के साथ छतें और ऊपर से गरम पानी पीएं। इससे अजीर्ण मिटता है। 
  • सोंठ और गुड़ को पानी में मिला कर नाक में उसकी बूंदें डालने से हिचकी दूर होती है। 
  • सोंठ और गुड़ खाने से पीलिया मिटता है। 
  • सोंठ, आंवले और मिश्री का बारीक चूर्ण बना कर सेवन करने से अमलपित्त मिटता है। 
  • सोंठ के रस  (Sonth ke ras) में हल्दी, गुड़ डाल कर पीने से धातुस्राव रुकता है, पेशाब में जानेवाली धातु भी बंद होती है। 

कमर दर्द में मेथी के तेल की मालिश है लाभदायक - Kamar dard ke gharelu nuskhe

कमर में दर्द (Kamar dard) होने पर चलना-फिरना तो दूर खड़ा होना भी मुशकल होता है। यह समस्या रीढ़ की हड्डी (Ridh ki samasya) में परेशानी से होती है। जानिए कमर दर्द दूर करने के कुछ घरेलू उपाय (Ghrelu nuskhe)। 

कमर दर्द में करें मेथी तेल की मालिश
  1. अजवाइन को थोड़ा सेंक कर उसका सेवन करने से कमर दर्द में राहत (Kamar dard me rahat) मिलता है। 
  2. सुबह-शाम दिन में दो बार दो-दो छुहारे खाएं। कुछ दिनों में कमर दर्द (Kamar dard) से राहत मिल जाएगी। 
  3. देसी घी में अदरक का रस मिला कर पीएं।
  4. मेथी के लड्डुओं का सेवन नियमित करते रहने से कमर दर्द नहीं होता है। 
  5. यदि कमर में दर्द अधिक (Kamar me adhik dard) है, तो मेथी के तेल की मालिश कमर पर (Kamar par tel ki malish) जरूर करें। अवश्य लाभ मिलेगा। 
  6. 200 ग्राम दूध में 5 ग्राम अरंडी की गिरी को पका कर दिन में दो बार लें। कमर दर्द दूर होगा। 
  7. कमर दर्द में कच्चे आलू की पुल्टिस बांधने से राहत मिलती है। 
  8. तिल के तेल को हल्का गरम करके कमर पर मालिश करने से कमर दर्द ठीक हो जाता है। 
  9. गेंहू की रोटी जो एक ओर से सेंकी नहीं हो, उसमें तिल के तेल को चुपड़ कर दर्द वाली जगह पर रखें। दर्द जल्दी ठीक होता है। 
  10. अदरक का एक टुकड़ा लेकर पीस लें और नारियल तेल में उसे डाल कर गरम कर लें। फिर छान कर इस तेल से मालिश करने से कमर दर्द में राहत मिलता है। 
[Tag: Kamar dard ka gharelu upchar, Kamar dard par tel ki malish, Back pain Home remedies in hindi.]

चेहरे के अनचाहे काले तिल को कैसे हटाएं

चेहरे पर एक-दो से अधिक तिल सुंदरता को बिगड़ने लगते हैं। कुछ आसान उपायों से इन्हें कम किया जा सकता है। (Gharelu Nuskhe - Home Remedy to remove black mole)

चेहरे के अनचाहे तिल को कैसे हटाएं
  • धनिया की पत्ती का पेस्ट बना कर तिल पर लगाने से ये खत्म होते हैं। 
  • एरंड तेल की मालिश से भी तिल को मिटाने में काफी मदद मिलती है। धीरे-धीरे ये गायब हो जाते हैं। 
  • थोड़ा-सा शहद और सन बीज के तेल को मिलाएँ। रोज पाँच मिनट तिल पर लगा कर रगड़ें। इससे त्वचा निखरेगी और तिल गायब हो जायेगा। 
  • एक कप अनान्न्स का रस और 1/4 कप सेंधा नमक मिक्स कर के चेहरे को स्क्रब करें। कुछ दिनों में तिल हल्का पड़ता देखेगा। 
  • लहसुन का पेस्ट रात में सोने से पहले तिल पर लगाएँ। बाद में वहाँ बैंडेज लगा कर छोड़ दें। सुबह त्वचा को हल्के गरम पानी से धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से तिल निकाल जाते हैं। 
  • थोड़े अदरक को कुचल कर तिलवाली जगह पर लगाएँ और कपड़े से बांध कर सो जाएं। तिल गायब हो जायेगा। 
  • विटामिन सी की एक गोली पीस कर रात में तिलवाले भाग पर लगाएँ। फिर उस जगह को बैंडेज से ढँक दें। 
  • सिरके से भी तिल को हटाया जा सकता है। सबसे पहले त्वचा को गरम पानी से धो लें। अब रुई से सिरके को तिल पर लगाएँ। 10 मिनट रखने के बाद गरम पानी से चेहरा धो लें।