घर के रसोई से संबन्धित कुछ रोचक किचन टिप्स और ट्रिक्स (Kitchen Tips and Tricks in hindi)

रसोई (Kitchen) में काम करते हुए हमे इससे संबन्धित अनेक चीजों की जानकारी आवश्यक है जिससे ना केवल हम समय की बचत कर सकते हैं बल्कि अपने सामानों को खराब होने से बचा सकते हैं।

प्याज को तुरंत फ्राय कैसे करें:- जब भी हम अपने घर में पुलाव या बिरयानी आदि बनाते हैं तो हमे फ्रायड प्याज की आवश्यकता होती। थोड़े प्याज को तलना तो आसान है पर जब प्याज की मात्रा अधिक हो तो तलने में काफी समय लग जाता है। अतः जब भी आपको ज्यादे मात्रा में प्याज को भूंजना हो तो इसके लिए किचन टिप्स (Kitchen Tips) यह है की प्याज को फ्राय करते वक्त उसमें एक चम्मच शक्कर मिला दीजिये। ऐसा करने से न केवल प्याज जल्दी फ्राय होता है बल्कि यह क्रिप्सी भी हो जाता है। 
अदरक - लहसुन के पेस्ट को ज्यादा दिन सुरक्षित कैसे रखें:- अक्सर कोई भी सब्जी बनाने के वक्त हमें रोजाना अदरक और लहसुन के पेस्ट की जरूरत होती है। अतः हमे रोजाना इसका पेस्ट बनाना पड़ता है। परंतु आज के काम-काजी महिलाओं के पास वक्त की कमी है। जिसके कारण वे रोज-रोज इस तरह का पेस्ट तैयार नहीं कर पाती है। इसके लिए किचन टिप्स (Kitchen Tips) यह है की आप एक ही बार अधिक मात्रा में अदरक और लहसुन का पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट में एक छोटा चम्मच गर्म तेल मिला दें। ऐसा करके पेस्ट को फ्रिज में रखने से यह कई दिनों तक सुरक्षित रहता है। 

अदरक का छिलका तुरंत कैसे निकालें:- अदरक का छिलका किसी चाकू के अपेक्षा किसी छोटे और पतले चम्मच से निकालने से छिलका जल्दी निकलता है।

एल्युमीनियम के जले हुए पैन की सफाई कैसे करें:- यदि किसी एल्यूमिनियम पैन में खाना बनाते वक्त  खाना जल जाता है तो इस तरह पैन पर हुए दाग को साफ करने का किचन टिप्स (Kitchen Tips) यह है की जले हुए पैन में एक प्याज और पानी डाल कर अच्छी तरह उबाल लें। इसके बाद बर्तन धोने के पाउडर से इसे साफ कर लें। आपका पैन चमक उठेगा।

माइक्रोवेव ओवन से आने वाले स्मेल को दूर कैसे करें:- यदि आपके माइक्रोवेव से स्मेल आने लगे तो किचन टिप्स यह है की पुदीने के पत्तियों को एक बाउल में रख कर पानी भर दें। अब इसे ओवन में रख कर ओवन को 10 मिनट तक चलने दें। इसके बाद पुदीने की पत्तियों को ओवन में एक घंटे तक रहने दें। ऐसा करने से आपके माइक्रोवेव का स्मेल खत्म हो जाएगा।   


  • नूडल्स उबालने के बाद अगर उसमें ठंडा पानी डाल दिया जाये तो वह आपस में चिपकेंगे नही।
  • क्रिस्पी पकौड़े बनाने के लिए बेसन में थोड़ा-सा कॉर्नफ्लोर या चावल का आटा मिलाएं।
  • 1 माह में 1 बार मिक्सर में नमक डाल कर चला देने से मिक्सर के ब्लेड तेज हो जाते हैं।
  • पनीर को तेल में फ्राई करने की बजाय उबले पानी में थोड़ी देर के लिए डालें, इससे पनीर सॉफ्ट और स्पंजी बनता है।
  • रसोई घर ऐसा होना चाहिए जिसमें दिन में पर्याप्त मात्रा में रोशनी आनी चाहिए. रसोईघर में दिन में भी अँधेरा होना वास्तु के हिसाब से भी सही नहीं है और न तो यह आपकी सेहत के लिए अच्छा है।
  • अगर रसोई में कहीं कोई चिपचिपी चीज गिर जाए, तो उसके ऊपर ब्‍लीच डाल दीजिए और फिर उसे ब्रश से साफ कर लीजिए।
  • लहसुन को हल्का-सा गर्म कर देने के बाद लहसुन को छिलने में बहुत सुविधा होती है।
  • फर्श को चमकने के लिए 1 कप सिरका में गरम पानी डालकर फर्श को साफ करने से यह चमकने लगता है।
  • आटा गूंधते वक्त पानी के साथ थोड़ा-सा दूध मिलाने से रोटी ज्यादा स्वादिष्ट हो जाती है।
  • चीनी के डिब्बे में 6-7 लौंग डाल देने से चीनी में चीटियाँ नहीं लगती है।
  • एक चम्मच चीनी को भूरा होने तक गरम कीजिए और फिर इसे केक के घोल में गर्म किए हुए चीनी को मिला दीजिए. इससे केक का रंग अच्छा हो जायेगा।
  • कटे हुए सेव में नींबू की कुछ बूंदें डालने से सेव के ऊपर का भाग काला नहीं होगा।
  • सारे बर्तन रात में हीं साफ कर लीजिए, यह वास्तु के हिसाब से भी सही है. और आपकी सेहत के लिए भी एक सही आदत है. और इसका एक बड़ा फायदा यह भी होगा कि सुबह-सुबह उठकर बर्तन धोने का झंझट आपको नहीं रहेगा।
  • आलू के पराठें बनाते वक्त आलू के भरते में थोड़ी-सी कसूरी मेथी दालें. इससे पराठों का स्वाद बढ़ जायेगा।
  • मिर्ची के डिब्बे में थोड़ी-सी हींग डाल दीजिए, इससे मिर्च ज्यादा वक्त तक चलेगा।
  • कड़े नींबू को गरम पानी में थोड़ी देर के लिए छोड़ देने के बाद फिर उसे काटने से निम्बू से ज्यादा रस निकलता है।
  • चावल में एक चम्मच तेल और कुछ बूंद नींबू का रस मिलाने पर, पक जाने के बाद चावल खिला-खिला रहता है।
  • दाल बनाते वक्त 1 चुटकी पिसी हुई हल्दी और बादाम तेल की कुछ बूंदे डालने से दाल जल्दी पक जाता है और इसका स्वाद भी अच्छा लगता है।
  • मिर्चों के डंठल को तोड़ कर मिर्चों को फ्रिज में रखने से मिर्चें लम्बे समय तक टिकती हैं।
  • अगर आप रात में चना भिंगोना भूल गई हों, तो उबलते हुए पानी में चने को भिंगोयें. इससे चना जल्दी फूल जायेगा।
  • अगर किचन में काम करते वक्त आप जल जाएँ, तो उस स्थान पर बर्फ रगडें, आलू पीसकर लगाएँ, घी या नारियल तेल लगाएँ या केले को मैश्कर लगाएँ।
  • फूलगोभी की सब्जी में फूलगोभी का रंग न जाए, इसके लिए आप फूलगोभी की सब्जी बनाते वक्त उसमें 1 चम्मच दूध डाल सकती हैं।
  • रसोई के कोनों में बोरिक पाउडर छिड़किये इससे तिलचट्टे आपको परेशान नहीं करेंगे।
  • अगर आप चाहती हैं, कि सिंक और गैस चूल्हा दोनों हमेशा साफ दिखें, तो आपको हर रात इनकी सफाई करनी चाहिए. सिंक को साफ करने के लिए गर्म पानी का उपयोग करना चाहिए।
  • माइक्रोवेव को साफ़ करने के लिए 1 कटोरी में 2 कप पानी लीजिए और उसमें 1 चम्‍मच नींबू का रस डालिए. उसके बाद माइक्रोवेव को 5 मिनट तक चलाकर छोड़ दीजिए. उसके बाद माइक्रोवेव के भीतर को एक पेपर टॉवल लें कर साफ करें।
  • रसोई घर में गंदे चप्पल नहीं आने चाहिए, हो सके तो रसोई में करते वक्त बिना चप्पल के रहें. और अगर चप्पल पहनना हीं है, तो ऐसा चप्पल पहनें जिसे पहनकर आप बाहर या गंदे स्थानों पर न जाते हों।
  • नाश्ते में मौसम के अनुसार फल को शामिल कर सकती हैं, साथ हीं दूध जूस और अंकुरित अनाजों को भी शामिल कर सकती हैं. इससे नाश्ता पौष्टिक भी हो जायेगा और नाश्ता बनाने का झंझट भी नहीं रहेगा।
  • इडली का घोल तैयार करते समय उसमें थोड़े उबले चावल भी पीस दें, इससे इडली नरम बनती हैं। 
  • प्याज़ काटने से पहले उसके दो टुकड़े करके थोड़ी देर पानी में रखें, इससे काटते समय आंसू नहीं आएंगे।
  • उबले अंडे को थोड़ी देर ठंडे पानी में रखें, इससे छिलका आसानी से उतर जाएगा।
  • रोटी के बर्तन में अदरक के कुछ टुकड़े डालें, इससे रोटी नरम और ताज़ी बनी रहती है।
  • बड़ा बनाने के लिए बेसन का घोल ठीक से तैयार हुआ है या नहीं, यह जांचने के लिए घोल की कुछ बूंदे एक कप पानी में डालें, अगर वो तैरने लगें तो समझ लीजिए कि घोल का गाढ़ापन सही है।
  • करेले की कड़वाहट दूर करने के लिए काटने के बाद उसमें नमक मिलाएं और करीब आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
  • अगर अंडा टूट गया हो, तो पानी में 1 टीस्पून विनेगर डालकर अंडा उबालें, उसका लिक्विड बाहर नहीं आएगा।
  • हरी सब्जियों को प्लास्टिक में न रखें, इससे वो जल्दी ख़राब हो जाती हैं।
  • आलू और प्याज़ को एक साथ स्टोर न करें, इससे आलू जल्दी ख़राब हो जाते हैं।
  • अगर आलू के चिप्स बना रही हैं. तो आलू को काटकर क़रीब आधे घंटे के लिए ठंडे पानी में छोड़ दें, फिर डीप फ्राई करें. चिप्स क्रिस्पी बनेंगे।
  • भिंडी की सब्जी बनाते समय उसमें थोड़ा-सा निंबू का रस या आधा टीस्पून अमचूर पाउडर डालें, इससे भिंडी चिपचिपी नहीं होगी।
  • पूरी या पकौड़े तलते समय तेल में चुटकीभर नमक दाल दे, इससे पकौड़े कम तेल सोखेंगे. इससे तेल की बचत के साथ ही आपकी सेहत भी ठीक रहेगी।
  • फ्रिज के भीतरी भाग की सफाई करने के लिए आपको गरम पानी और बेकिंग सोडा का उपयोग करना चाहिए. और इसके बाद फ्रिजर को भी साफ करना चाहिए।
  • हरी सब्ज़ी पकाते समय उसमें चुटकीभर शक्कर डालें, इससे पकने के बाद भी सब्जी का रंग हरा ही रहता है।
  • दाल को कीड़ो से बचाने के लिए अंडी के तेल (Castor oil) की कुछ बुँदे डाल दे, इससे दाल ख़राब नहीं होंगी।


प्रकाश के लिए एलईडी तकनीक (LED Technology) क्या है? कैसे यह अन्य स्रोतों की अपेक्षा ज्यादा प्रकाश देती है

एलईडी (LED) - लाइट इमीटिंग डायोड (Light Emitting Diode)
LED light bulb
एलईडी (LED) एक अर्ध चालक डायोड होता है। इसमें एक छोटा सा इलेक्ट्रोनिक चिप होती है जिसमें विद्युत प्रवाह करने पर आवेश उत्पन्न होता है, जिससे विद्युत ऊर्जा प्रकाश के रूप में उत्सर्जित होती है। इस तरह एलईडी विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित कर देती है। एलईडी लाइट (LED Light) में सामान्य बल्ब की तरह फिलमेंट नहीं होता। इसमें सेमीकंडक्टर मेटीरियल होता है, जिसमें इलेक्ट्रॉन के प्रवाह से प्रकाश पैदा होती है। एलईडी के प्रकाशोत्पादन में इसका मुख्य घटक गैलियम आर्सेनाइड होता है। यह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों की तुलना में बहुत उन्नत है जिसमें ऊर्जा की खपत बहुत कम मात्रा में होती है। इसके द्वारा उत्पन्न प्रकाश का रंग लाल, हरा, नीला, पीला, दूधिया कुछ भी हो सकता है। एलईडी कई प्रकार (Types of LED) की होती है जिनमें फ्लैशिंग, मिनीचर, हाइ पावर, अल्फा-न्यूमेरिक, बहुवर्णी और ओएलडी (ओर्गेनिक एलईडी) प्रमुख है। इन एलईडी का प्रयोग (Use of LED) इलेक्ट्रोनिक सामानों जैसे लैपटॉप, विडियों गेम, पीडीपी, टैबलेट, स्मार्टफोन आदि में होता है। वर्तमान में इसका प्रयोग घरों और स्ट्रीट लाइट में भी बहुतायत में हो रहा है। 
एलईडी की खोज (Innovation of LED)

वैसे तो एलईडी की खोज बहुत पुरानी है। इस तकनीक (Technology) का आविष्कार सन 1927 ई० में ओलेग लोसेव द्वारा किया गया था। परंतु उस समय इसका विकास नहीं हो पाया था। इसके बाद सन 1962 में न्यूयार्क के निक होलोयक ने एलईडी का इन्वेन्शन किया। सन 1968 में एलईडी का निर्माण सर्वप्रथम शुरू हुआ। इस एलईडी का रंग लाल (Red LED)  था और यह लो ईंटेंसिटी का था। यह कम विजिबल और कम ब्राइटनेस वाला एलईडी था। इसके पश्चात सन 1972 ई० अमेरिका का एम जॉर्ज क्रेफोर्ड ने पीली एलईडी (Yellow LED) की खोज की। वैसे तो पाँच दशक पहले ही लाल एवं हरा एलईडी की खोज की जा चुकी थी परंतु नीला एलईडी की खोज नहीं हो पाने के कारण सफ़ेद या दूधिया (White) प्रकाश का उत्सर्जन मुमकिन नहीं हो पाया था। आखिरकर, सन 2014 ई० में जापानी मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक शुजी नकमोरा को नीला एलईडी की खोज (Innovation of Blue LED)  में सफलता मिली जिसके लिए उन्हें फिजिक्स का नोबल पुरस्कार दिया गया। 

विद्युत ऊर्जा की कम खपत

विशेषज्ञों के अनुसार पूरे विश्व में विद्युत का 20 से 25 प्रतिशत प्रयोग केवल रोशनी पाने के लिए किया जाता है। एक अनुमान के अनुसार विश्व के सभी पुराने बल्बों को हटा कर एलईडी बल्व (LED Bulb) लगा दिया जाए तो विद्युत की खपत काफी कम हो जाएगी तथा 2030 तक कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में लगभग 16 अरब तन की कमी आ सकती है। 

एलईडी लाइट (LED Light) लगभग 83 ल्यूमेन्स प्रति वॉट ब्राइटनेस देता है जबकि इसके मुक़ाबले सीएफ़एल 67 ल्यूमेन्स प्रति वॉट और फिलमेंट वाले बल्ब मात्र 16 ल्यूमेन्स प्रति वॉट ही ब्राइटनेस देती है। ऐसा इस लिए होता है क्योंकि जब एलईडी बल्ब में बिद्युत प्रवाह किया जाता है तो विद्युत ऊर्जा का कुछ ही हिस्सा ताप ऊर्जा में परिवर्तित होता और ज़्यादातर बिद्युत ऊर्जा प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है जबकि सामान्य बल्व में केवल 10 प्रतिशत विद्युत ऊर्जा ही प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित हो पाती है। 

एलईडी से संबन्धित कुछ रोचक तथ्य


  • सामान्य बल्व से बिजली के झटके लग सकते है लेकिन एलईडी बल्व से झटका नहीं लगता है। यह शॉक रेसिस्टेंट होता है। 
  • सीएफ़एल में मरकरी का प्रयोग होता है जो प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। इसके टूटने से इसमें स्थित मरकरी वातावरण में फैल जाता है जो वातावरण को प्रदूषित करता है। परंतु एलईडी में मरकरी का प्रयोग नहीं होता है इसलिए यह प्रदूषण रहित है। 
  • एलईडी साधारण बल्व एवं सीएफ़एल की अपेक्षा काफी तेज रोशनी होता है। 
  • एलईडी बल्व को कुल लाइट भी कहा जाता है क्योंकि एलईडी बल्व गरम नहीं होता है। 
  • पूरे विश्व में लगभग 30 करोड़ स्ट्रीट लाइट में एलईडी का प्रयोग हो रहा है। 


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विश्व व्यापार संगठन - World Trade Organization (WTO)

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) - World Trade Organization (WTO)

व्यापार के वैश्वीकरण के कारण जब एक देश से कई अनेक दूसरे देशों का व्यापार शुरू हुआ तो एक ऐसी संस्था की आवश्यकता महसूस हुई जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित कर सके। जो एक नियम के तहत विश्व के विभिन्न देशों के बीच हो रहे व्यापार के लिए कार्य करे। इसी संदर्भ में 1 जनवरी, 1995 को मर्राकेश एग्रीमेंट के तहत उस समय मौजूद गैट (General Agreement on Tariffs and Trade - GATT) की जगह विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization - WTO) की स्थापना की गई थी। यह इसके सदस्य देशों के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए बनाए गए नियमों का क्रियान्वयन करता है और इनके सदस्य देशों के बीच होने वाले विवादों के निपटान हेतु मध्यसता प्रदान करता है। यह सदस्य देशों के व्यापार के विस्तार हेतु ऋण भी मुहैया कराता है।
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) का मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में है। वर्तमान में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) में कुल 164 सदस्य देश है। ब्राज़ील के रोबर्टों अजेवेडो दिनांक 1 सितंबर, 2013 से  डबल्यू टी ओ के Director-General पद का कार्यभार देख रहे हैं। 

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) के उद्देश्य

1. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के नियमों को निर्धारित करना और उन्हें लागू करना ।
2. व्यापार संबंधी विवादों को हल करना ।
3. व्यापार संबंधी निर्णय लेने की प्रक्रियाओं की पारदर्शिता बढ़ाना ।
4. वैश्विक आर्थिक प्रबंधन में शामिल अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों के साथ सहयोग करना ।
5. वैश्विक व्यापार प्रणाली से पूरा लाभ उठाने के लिए विकासशील देशों की मदद करना ।
6. व्यापार उदारीकरण को और बढ़ाने के लिए और इसके निगरानी के लिए मंच प्रदान करना।

कहीं आप बैक्टीरिया और पेस्टिसइड्स युक्त फलों और सब्जियों का सेवन तो नहीं कर रहे है, जानें इन्हें कैसे साफ करें

आज बाज़ारों में जो सब्जियाँ या फल हम देखते हैं वे बहुत ही सुंदर, साफ और चमकीले दिखते हैं। क्या आपने कभी सोचा है की ये ऐसे क्यो हैं। जब सब्जियों की खेती की जाती है तो इसकी खेती में कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग होता है। फलों तथा सब्जियों में किसी तरह का कीड़े ना लगे इसके लिए अधिक मात्रा में कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। ऐसा करने पर फलों और सब्जियों में कीड़े नहीं लगते हैं और वे सुंदर और चमकीले दिखाई देते हैं। पर अधिक मात्रा में इसके प्रयोग से कीटनाशक दवाइयाँ फलों और सब्जियों में रह जाते है। इसके अलावा फलों और सब्जियों को सुंदर दिखने और चमकने के लिए कई तरह के रसायनिक पोलिस भी की जाती है। अतः इन्हें अच्छी तरह साफ कर प्रयोग ना किया जाये तो यह हमारे शरीर के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। इसके अलावा तैयार सब्जी जब बाजार में आता है तो अच्छी साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण फलों और सब्जियों में कई तरह के बैक्टीरिया आ जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं। अतः बाजार से लाई गई फल एवं सब्जियों को प्रयोग करने से पहले इनकी अच्छी तरह सफाई करना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य हो जाता है। हम यहाँ जानेंगे की फल एवं सब्जियों को अपने किचन में मौजूद सामानों से किस तरह बैक्टीरिया और पेस्टिसइड्स फ्री करें (Kitchen Tips in hindi)। 
Source: homeanddecor

  • एक बर्तन में सब्जियों के डूबने जितना पानी भर कर गरम कर लें। जब पानी गरम हो जाये तो चार-पाँच छोटे चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर घोल दें। अब इस गरम पानी में फल और सब्जियों को जिसका प्रयोग करना है, डाल कर थोड़ी देर छोड़ दें। अब इसे निकाल कर साफ पानी से धो लें। 
  • एक बर्तन में जिसमें फल अथवा सब्जी को धोना है उसमें पानी भर लें। अब इसमें चार चम्मच बेकिंग सोडा मिला कर घोल बना लें। अब इस घोल में सब्जियाँ या फलों को डुबो कर थोड़ी देर छोड़ दें। कुछ देर बाद सब्जियाँ निकाल कर प्रयोग करें। 
  • एक बर्तन में पानी भर लें। इसमें एक कप सफ़ेद सिरके डाल कर घोल बना लें। अब इस तरह बने घोल से फल एवं सब्जियों को धो लें। इस तरह आप फल एवं सब्जियों से  बैक्टीरिया एवं कीटनाशक साफ कर सकते हैं। 
  •  सेंधा नमक को पानी में मिलाकर प्रयोग करने से भी पेस्टीसाइड्स दूर होते हैं। साफ पानी के बाउल में एक कप नमक मिला लें। फिर इसमें फल व सब्जियों को डालकर दस मिनट के लिए भिगो दें। कुछ देर बाद इन्हें निकालकर साफ पानी से धोएं और यूज करें।

अपने किचन में अंडों की ताजगी की जांच कैसे करें - Egg Freshness Test in hindi

लगभग हर घर में अंडों का प्रयोग होता ही है। अंडों का प्रयोग हम अपने भोजन में कई तरह से करते हैं। स्वस्थ रहने के लिए अंडा खाना लाभदायक है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होती है जो हमें शारीरिक मजबूती प्रदान करते है। अक्सर हम अपने बच्चों को अंडा सुबह नाश्ते के रूप में देते हैं और यह अच्छी बात भी है। हर कोई चाहता है की उसके बच्चे स्वस्थ रहे और बलवान बने। 
अंडा

पर क्या हमने कभी यह जानने की कोशिश किया है की जो अंडा हम बाजार से खरीद कर लाते हैं वह कितना ताजा (fresh) है या फिर कितने दिन पुरानी है। हर कोई को यह जानना आवश्यक है की जिस अंडे का प्रयोग हम अपने और अपने बच्चों के भोजन में कर रहे हैं वह कितना ताजा है। 
Source: One Jive

अंडे की ताजगी जाँचने (Freshness test for eggs) के लिए हम एक छोटा सा प्रयोग करेंगे। एक काँच की ग्लास में एक अंडा डालें। अब ग्लास को पानी से भर दें। पानी डालने पर यदि अंडा ग्लास के तल पर ही रहता है अर्थात यदि अंडा पानी के अंदर ही डूबा रहता है तो अंडा ताजा (fresh egg) है। परंतु यदि अंडा पानी में तैरने लगता है या पानी में ऊपर की ओर आने की तरह दिखता है तो समझना चाहिए की अंडा पुराना है। दिये गए चित्र देख कर आप जान सकते हैं की आपके घर में जो अंडा है वह कितना पुराना है। 

इस्कॉन मंदिर वृन्दावन - Iskon Temple Vrindavan (श्रीक़ृष्ण बलराम मंदिर)

इस्कॉन मंदिर (Iskon Mandir) को श्रीक़ृष्ण बलराम मंदिर (Shri Krishna Balram Mandir) भी कहा जाता है। यह वृंदावन, उत्तरप्रदेश में स्थित है। इसका निर्माण सन 1975 ई० को इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness - ISKCON) समूह द्वारा करवाया गया है। यह अपनी सफाई और पवित्रता के लिए विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। 

इस्कॉन के संस्थापक श्रीला प्रभूपाद ने उस स्थान पर एक अद्वितीय सौंदर्यपूर्ण मंदिर बनाने की कामना की थी जहां श्रीक़ृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम लगभग 5000 साल पहले एक साथ खेला करते थे। जहां दोनों की पुजा-अर्चना एक साथ हो सके। इस मंदिर की डिजाइन और निर्माण के सभी पहलुओं का निरक्षण श्रीला प्रभूपाद ने खुद ही किया था तथा व्यक्तिगत तौर पर भगवान से निवेदन किया था की वे यहाँ विराजमान होकर पूरे विश्व के उनके भक्तों का पुजा स्वीकार करें। 
आज श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर विश्वभर के भक्तों के लिए एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र बन गया है। देश-विदेश से भक्त प्रतिदिन यहाँ पुजा-अर्चना के लिए आते हैं। इस मंदिर में भक्त गण सबसे पहले श्रीला प्रभूपाद के शानदार सफेद संगमरमर की समाधि को पार करते हैं। यह वास्तुशिल्प का एक अदभूत नमूना है निसमें घुमावदार मोर सीढ़ियाँ एवं अदभूत नक्काशीदार दीवारों एवं गुंबद है। इसके बाद भक्तगन विशाल लड़की के द्वारों से होते हुए मंदिर में प्रवेश करते हैं।   

इस्कॉन मंदिर कैसे पहुंचे (How to reach Iskcon Temple, Vrindavan?)

देश की राजधानी दिल्ली से आप रेल अथवा सड़क मार्ग से मथुरा जा सकते हैं। मथुरा से वृंदावन की दूरी मात्र 12 कि०मी० है। यहाँ आपको ऑटोरिक्सा, टैक्सी, बस आदि यातायात के साधन आसानी से मिल जाएगा। देश अथवा विदेश से यदि आप वायु मार्ग से आते हैं तो आप दिल्ली तक वायुमार्ग (By air) आ सकते हैं।  

मानव शरीर से संबन्धित आश्चर्यजनक तथ्य जिसे आपको अवश्य जानना चाहिए

वैसे तो हम अपने शरीर के बारे में बहुत कुछ जानते हैं। हम जानते हैं की कौन सा शारीरक अंग क्या काम करता है। परंतु यह भी सच है है आज भी हम अपने शरीर के कुछ आश्चर्यजनक तथ्यों से अनजन हैं। प्रस्तुत है मानव शरीर के कुछ आचार्यजनक तथ्य जिसे आपको अवश्य जानना चाहिए। 
manav sharir ke ascharyajanak tathya


  •  मानव आँख लगभग 10 लाख अलग-अलग रंगों में अंतर कर सकता है परंतु मानव मस्तिष्क उन सभी रंगों को याद नहीं रख सकता है। 
  • एक व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 20,000/- सांस लेता है। 
  • मानव शरीर के सभी तंत्रिकाओं को एक साथ जोड़ा जाए तो इसकी लंबाई लगभग 75 किलोमीटर होगी। 
  • सिर्फ एक दिन के दौरान हमारे शरीर में बहने वाला रक्त लगभग 19,312 किलोमीटर की दूरी तक चलता है। 
  • मस्तिष्क में आने वाले आवेग की गति लगभग 400 कि० मी० प्रति घंटा होती है। 
  • किसी भी व्यक्ति के मुंह में बैक्टीरिया की संख्या पृथ्वी में रहने वाले लोगों की संख्या के बराबर या फिर उससे भी ज्यादा होती है। 
  • मानव शरीर के एक बाल में इतनी ताकत होती है की वह एक सेब को उठा सकता है। 
  • फिंगर प्रिंट की तरह ही मानव के जीभ का प्रिंट भी विशिष्ट होता है। 
  • हम केवल चार प्रकार के रक्त के बारे में जानते हैं पर ऐसा नहीं है मानव रक्त 29 प्रकार के होते हैं। इनमें बॉम्बे उपप्रकार सबसे विरल है जो जापान के एक छोटे से समूह में पाया जाता है। 
  • मानव के कान पूरे जीवन तक बढ़ते है परंतु इसकी बढ़ोतरी बहुत ही धीमी होती है जो एक मिलीमीटर के चौथाई प्रति साल के बराबर होती है। 
  • मानव हृदय एक साल में लगभग 35 लाख बार धड़कता है। 
  • मानव शरीर हर दिन लगभग 10 लाख त्वचा कोशिकाओं को खो देता है। इस तरह नष्ट हुए त्वचा कोशिकाओं का वजन प्रति वर्ष 2 किलो तक हो सकता है। 
  • प्रति वर्ग मानव शरीर की त्वचा में लगभग एक सौ दर्द संबन्धित सेंसर होते हैं। 
  • लड़कों के मुक़ाबले लड़कियों के जीभ के सतह में स्वाद संबंधी कलिकाएँ अधिक होती है। 
  • औसतन एक मानव अपने जीवन में लगभग 35 टन भोजन का उपभोग करता है। 
  • एक इंसान औसतन पाँच साल के अवधि के लगभग अपने पालक झपकने में लगता है। यह अच्छी बात है की इसके साथ हम अन्य कार्य भी कर सकते हैं। 
  • मानव मस्तिष्क में प्रति सेकेंड लगभग एक लाख रसायनिक प्रतिक्रियाएँ होती है। 
  • जब आप छींकते है तो इसकी गति लगभग 160 किमी प्रति घंटा होती है। 
  • जब हम मुस्कुराते हैं तो चेहरे के लगभग 17 मांसपेशियाँ क्रियाशील होती है जबकि रोने से चेहरे की लगभग 43 मांसपेशियाँ क्रियाशील होती है। 

दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के चित्र वाले विभिन्न देशों के करेंसी नोट

बहुत सारे महापुरुषों एवं राजनायकों के चित्र वाले करेंसी नोट तो आपने बहुत देखे होंगे परंतु हम यहाँ कुछ ऐसे करेंसी नोटों का संग्रह प्रस्तुत कर रहें हैं जिनपर दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के चित्र छापे हैं। 

iraki dinaar
अबु अली अल हसन इब्न अल हातिम (Abu Ali al-Hasan Ibn al-Haitham) इराकी दिनार

अबु नसर अल फ़राबी( Abu Nasr al-Farabi) कजाकीस्तान टेंगे

 अमरीकी अंतरिक्ष शटल , ब्रिटिश पौंड

अर्बेन जीन जोसेफ़ ली वेरियर(Urbain Jean Joseph Le Verrier) फ़्रेच फ़्रैंक्स

Israeli Lirot
अलबर्ट आइंस्टाइन (Albert Einstein) इजराइली लीरा(Israeli Lirot)

अलेक्जेंडर वान हम्बोल्ड्त (Alexander von Humboldt) पुर्वी जर्मनी मार्क्स

इटालीयन लीरा
अलेसान्द्रो वोल्टा(Alessandro Volta) इटालीयन लीरा

बेल्जियन फ़्रेंक्स
आटोमियम(लोहे का क्रिस्टल)(Atomium) बेल्जियन फ़्रेंक्स

आर्यभट भारतीय उपग्रह रूपये

Adam Smith
एडम स्मिथ(Adam Smith) ब्रिटिश पौंड

आस्ट्रीयन शिलिंग
 एरवीन श्रोडींगर( Erwin Schrödinger), आस्ट्रीयन शिलिंग

ओजोन छिद्र

डेनीश क्रोनर
ओले रोमर (Ole Rømer) डेनीश क्रोनर

ब्राजीलियन क्रुजडोस
ओसवाल्डो क्रुज(Oswaldo Cruz), ब्राजीलियन क्रुजडोस

स्विडिस क्रोनर
कार्ल लिन्ने(Carl Linne (Linnaeus)) स्विडिस क्रोनर

 ड्युस मार्क
कार्ल फ़्रेडरिक गास(Carl Friedrich Gauss) ड्युस मार्क

डच गिल्डर
क्रिश्चीयन हायजेंस(Christian Huygens) डच गिल्डर

नार्वे क्रोनर
क्रिस्टीअन बिर्केलैंड( Kristian Birkeland) नार्वे क्रोनर

स्विडीश क्रोनर
क्रिस्टोफ़र पोल्हेम( Christopher Polhem) स्विडीश क्रोनर

इटालीयन लीरा
गुग्लीएल्मो मार्कोनी(Guglielmo Marconi) इटालीयन लीरा

इटालीयन लीरा
गैलेलीओ गैलीली(Galileo Galilei) इटालीयन लीरा

 ड्युश मार्क
जान बाल्थासार न्युमन(Johann Balthasar Neumann) ड्युश मार्क

स्लोवेनियन टोलाराजेव
जाने वज्कार्द वल्वासोर(Janez Vajkard Valvasor) स्लोवेनियन टोलाराजेव

स्लोवेनिअयन टालेर
जुरिज वेगा(Jurij Vega) स्लोवेनिअयन टालेर

ग्रीक ड्रेच्मा
 डेमोक्रिटस (Democritus of Abdera) ग्रीक ड्रेच्मा

अमरीकी डालर
थामस जेफ़रसन(Thomas Jefferson) अमरीकी डालर

पोलीस ज़्लाटी
निकोलस कोपरनिकस(Nicolaus Copernicus)पोलीस ज़्लाटी

पोलीस ज़्लाटी
निकोलस कोपरनिकस(Nicolaus Copernicus)पोलीस ज़्लाटी

युगोल्स्लावियन दीनार
निकोला टेस्ला(Nikola Tesla) युगोल्स्लावियन दीनार

निकोला टेस्ला(Nikola Tesla) युगोल्स्लावियन दीनार

युगोल्स्लावियन दीनार
निकोला टेस्ला(Nikola Tesla) युगोल्स्लावियन दीनार

युगोल्स्लावियन दीनार
निकोला टेस्ला(Nikola Tesla) युगोल्स्लावियन दीनार

सर्बीयन दीनार
 निकोला टेस्ला(Nikola Tesla) सर्बीयन दीनार

डेनिश क्रोनर
निल्स बोर(Niels Bohr) डेनिश क्रोनर

पुर्तगाली एस्कुडो
पेड्रो नुन्स( Pedro Nunes)पुर्तगाली एस्कुडो

अमरीकी डालर
बेंजामीन फ़्रैंकलीन (Benjamin Franklin) अमरीकी डालर

फ़्रेंच फ़्रेंक्स
ब्लेज पास्कल( Blaise Pascal) फ़्रेंच फ़्रेंक्स

मंगलयान -भारत रूपये

बेल्जीयन फ़्रेंक्स
 मारीस मर्केटर( Marius Mercator) बेल्जीयन फ़्रेंक्स

पोलीस लाटी
 मेरी क्युरी(Marie Curie) पोलीस लाटी

फ़्रेंच फ़्रेंक्स
मेरी तथा पियरे क्युरी(Marie and Pierre Curie) फ़्रेंच फ़्रेंक्स

क्रोएशिएन दीनार
रुग्गेरो बास्चोविच(Ruggero Boscovich) क्रोएशिएन दीनार

क्रोएशिएन दीनार
रुग्गेरो बास्चोविच(Ruggero Boscovich) क्रोएशिएन दीनार

क्रोएशिएन दीनार
 रुग्गेरो बास्चोविच(Ruggero Boscovich) क्रोएशिएन दीनार

क्रोएशिएन दीनार
रुग्गेरो बास्चोविच(Ruggero Boscovich) क्रोएशिएन दीनार

क्रोएशिएन दीनार
रुग्गेरो बास्चोविच(Ruggero Boscovich) क्रोएशिएन दीनार

फ़्रेंच फ़्रेंक्स
रेने देस्कार्तेश(René Descartes) फ़्रेंच फ़्रेंक्स

न्युजीलैंड डालर
लार्ड अर्नेस्ट रदरफ़ोर्ड(Lord Ernest Rutherford) न्युजीलैंड डालर

ब्रिटिश पौंड
लार्ड केल्विन(Lord Kelvin) ब्रिटिश पौंड

स्विस फ़्रेंक्स
लिओनार्ड युलर(Leonhard Euler) स्विस फ़्रेंक्स

फ़्रेंच फ़्रेंक्स
लुई पाश्चर(Louis Pasteur) फ़्रेंच फ़्रेंक्स

आर्मेनियन ड्रम
 विक्टर अम्बरट्सुमिअन(Viktor Ambartsumian) आर्मेनियन ड्रम

आस्ट्रीयन शीलींग
सिगमंड फ़्रायड(Sigmund Freud) आस्ट्रीयन शीलींग

सूर्यग्रहण रोमानियन लेई

द कोरीयन वान
सेजांग महान(Sejong the Great) द कोरीयन वान

डेनिश क्रोनर
हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टीड( Hans Christian Ørsted) डेनिश क्रोनर