अपने किचन में अंडों की ताजगी की जांच कैसे करें - Egg Freshness Test in hindi

लगभग हर घर में अंडों का प्रयोग होता ही है। अंडों का प्रयोग हम अपने भोजन में कई तरह से करते हैं। स्वस्थ रहने के लिए अंडा खाना लाभदायक है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होती है जो हमें शारीरिक मजबूती प्रदान करते है। अक्सर हम अपने बच्चों को अंडा सुबह नाश्ते के रूप में देते हैं और यह अच्छी बात भी है। हर कोई चाहता है की उसके बच्चे स्वस्थ रहे और बलवान बने। 
अंडा

पर क्या हमने कभी यह जानने की कोशिश किया है की जो अंडा हम बाजार से खरीद कर लाते हैं वह कितना ताजा (fresh) है या फिर कितने दिन पुरानी है। हर कोई को यह जानना आवश्यक है की जिस अंडे का प्रयोग हम अपने और अपने बच्चों के भोजन में कर रहे हैं वह कितना ताजा है। 
Source: One Jive

अंडे की ताजगी जाँचने (Freshness test for eggs) के लिए हम एक छोटा सा प्रयोग करेंगे। एक काँच की ग्लास में एक अंडा डालें। अब ग्लास को पानी से भर दें। पानी डालने पर यदि अंडा ग्लास के तल पर ही रहता है अर्थात यदि अंडा पानी के अंदर ही डूबा रहता है तो अंडा ताजा (fresh egg) है। परंतु यदि अंडा पानी में तैरने लगता है या पानी में ऊपर की ओर आने की तरह दिखता है तो समझना चाहिए की अंडा पुराना है। दिये गए चित्र देख कर आप जान सकते हैं की आपके घर में जो अंडा है वह कितना पुराना है। 

इस्कॉन मंदिर वृन्दावन - Iskon Temple Vrindavan (श्रीक़ृष्ण बलराम मंदिर)

इस्कॉन मंदिर (Iskon Mandir) को श्रीक़ृष्ण बलराम मंदिर (Shri Krishna Balram Mandir) भी कहा जाता है। यह वृंदावन, उत्तरप्रदेश में स्थित है। इसका निर्माण सन 1975 ई० को इस्कॉन (International Society for Krishna Consciousness - ISKCON) समूह द्वारा करवाया गया है। यह अपनी सफाई और पवित्रता के लिए विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। 

इस्कॉन के संस्थापक श्रीला प्रभूपाद ने उस स्थान पर एक अद्वितीय सौंदर्यपूर्ण मंदिर बनाने की कामना की थी जहां श्रीक़ृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम लगभग 5000 साल पहले एक साथ खेला करते थे। जहां दोनों की पुजा-अर्चना एक साथ हो सके। इस मंदिर की डिजाइन और निर्माण के सभी पहलुओं का निरक्षण श्रीला प्रभूपाद ने खुद ही किया था तथा व्यक्तिगत तौर पर भगवान से निवेदन किया था की वे यहाँ विराजमान होकर पूरे विश्व के उनके भक्तों का पुजा स्वीकार करें। 
आज श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर विश्वभर के भक्तों के लिए एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र बन गया है। देश-विदेश से भक्त प्रतिदिन यहाँ पुजा-अर्चना के लिए आते हैं। इस मंदिर में भक्त गण सबसे पहले श्रीला प्रभूपाद के शानदार सफेद संगमरमर की समाधि को पार करते हैं। यह वास्तुशिल्प का एक अदभूत नमूना है निसमें घुमावदार मोर सीढ़ियाँ एवं अदभूत नक्काशीदार दीवारों एवं गुंबद है। इसके बाद भक्तगन विशाल लड़की के द्वारों से होते हुए मंदिर में प्रवेश करते हैं।   

इस्कॉन मंदिर कैसे पहुंचे (How to reach Iskcon Temple, Vrindavan?)

देश की राजधानी दिल्ली से आप रेल अथवा सड़क मार्ग से मथुरा जा सकते हैं। मथुरा से वृंदावन की दूरी मात्र 12 कि०मी० है। यहाँ आपको ऑटोरिक्सा, टैक्सी, बस आदि यातायात के साधन आसानी से मिल जाएगा। देश अथवा विदेश से यदि आप वायु मार्ग से आते हैं तो आप दिल्ली तक वायुमार्ग (By air) आ सकते हैं।