दाद (Ringworm) ठीक करने के घरेलू उपाय

दाद क्या होता है? What is Ringworm in hindi?

दाद (Ringworm) एक फंगल संक्रामण (Fungal infection) है जो शरीर के किसी भी भाग जैसे सिर, पैर, गर्दन या किसी भी अंदरूनी अंगों में हो सकता है। यह लाल या हल्का भूरा रंग का होता है जिसका आकार गोल होता है। पसीने लगने पर इसमें बहुत ज़ोरों से खुजली होने लगती है और यह तेजी से फैलने लगता है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। थोड़ी सफाई रखें तथा कुछ घरेलू उपाय को अपना कर इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। 
एक्जिमा या दाद ठीक करने के घरेलू उपाय
लहसुन का रस: लहसुन को छील कर और बारीक काट कर दाद प्रभावित क्षेत्र (Dad prabhavit chetra) इसे रात भर रहने दें।

एप्पल वेनिगर: रुई के टुकड़े को एप्पल साइडर वेनिगर में डुबोएँ और दाद प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 5 बार लगाएँ। तीन दिनों में ही असर दिखेगा।

नारियल तेल: रोज रात में सोने से पहले नियम से नारियल तेल लगाएँ। ऐसा कई दिनों तक करें।

जोजोबा तेल और लेवेंडर तेल: एक चम्मच जोजोबा तेल में एक बूंद लेवेंडर तेल मिलाएँ। इसे रुई की मदद से दाद (Ringworm) प्रभावित हिस्से पर लगाएँ।

सरसों:सरसों को 30 मिनट के लिए पानी में भिगोएँ, फिर उसे पीस कर मोटा पेस्ट तैयार करें। इसे दाद (Ring worm) प्रभावित जगह पर लगाएँ, इससे लाभ होगा।

हल्दी: रुई से ताजी हल्दी का रस शरीर पर लगाएँ। इसे दिन में तीन बार लगाएँ।

सिरका और नमक: नमक और सिरका का गाढ़ा पेस्ट बनाएँ। इसे प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 5 बार लगाएँ। सात दिनों तक लगाने से लाभ मिलेगा।

एलोवेरा: एलोवेरा के रस को शरीर पर लगाएँ और रातभर उसे ऐसे ही छोड़ दें। सुबह धो लें। इसे रोग के ठीक होने तक लगाएँ।

मलेरिया में कारगर हैं जीरा पाउडर व गुड़ की गोलियां

बरसात के मौसम में मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है, जो मलेरिया बुखार का मुख्य कारण (Maleria fever ka mukhya karan) है। इसमें ठंड लग कर बुखार (Bukhar) आता है और पसीना देकर उतर जाता है। यह एक निश्चित समय में ही आता है। प्रस्तुत है मलेरिया के लिए कुछ घरेलू उपाय Malaria bukhar ke liye gharelu nuskhe)। 
मलेरिया में कारगर हैं जीरा पाउडर व गुड़ की गोलियां

  • नमक, काली मिर्च को कटे नींबू में भर कर गरम करें और उसे चूसें। आपका मलेरिया बुखार (Malaria fever) उतार जायेगा। ऐसा रोज दिन में दो बार करें। 
  • दो नींबू का रस छिलकों सहित 500 ग्राम पानी में मिला कर मिट्टी या स्टील के भगोने में रात को उबाल कर रख लें। सुबह इसे पीने से मलेरिया बुखार (Malaria fever) आना बंद हो जाता है। 
  • दो नारंगी के छिलकों को दो कप पानी में उबालें। आधा पानी रह जाने पर छान कर गरम करके पीएं।
  • सेब खाने से भी ज्वार (fever) जल्दी ठीक हो जाता है। 
  • मलेरिया में ज्वर (Malaria fever) आने के समय से ठीक पहले सेब खाने से ज्वर नहीं आता है। 
  • एक चम्मच जीरा पीसें। तीन गुना गुड़ इसमें मिला कर तीन गोलियां बनाएँ और एक-एक गोली खाएं। 
  • धनिया और सोंठ दोनों पीसें और समान मात्रा में मिला कर रोज तीन बार पानी से लें। 
  • लहसुन का रस नाखूनों पर बुखार आने से पहले लगाएँ। एक चम्मच रस, एक चम्मच तिल के तेल में मिला कर एक-एक घंटे में दस बूंद लें। 
  • सेंधा नमक चूर्ण 25 ग्राम चीनी का चूर्ण 100 ग्राम आधा चम्मच तीन बार गरम पानी से लें।