प्रेग्नेंसी में कमर दर्द के लिए ये उपाय अपनाएं (Back pain during pregnancy home remedies in hindi)
सिकाई के लिए इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:-
इलेक्ट्रिक हीट पैक का प्रयोग कर रहे हों, तो तापमान अधिक बढने से पहले उसे स्वीच ऑफ करें। इसके अलावा सीधा बैठे, हल्का व्यायाम करें, हीलवाली चप्पलों के बजाय फ्लैट चप्पलों का प्रथोग करें।
प्रेग्नेंसी में कमर दर्द (Garbhavastha me kamar dard) होना आम बात है। यह समस्या 70% प्रेग्नेंट महिलाओं में होती है। इस अवस्था में कमर पर अधिक दबाव के कारण ही दर्द होता है। इसके अलावा यूटीआइ, कब्ज, गलत पोश्चर में बैठने, कम सक्रिय रहने और व्यायाम की कमी से भी यह होता है। इससे निजात पाने के लिए लोग अक्सर घर में ही इसका उपाय करते हैं, लेकिन बेहत्तर यही होता है कि इसके लिए डॉक्टर की सलाह ली जाये क्योंकि यह जाय क्योंकि यह ऑस्टियोपोरोसिस डिस्क के रोग और वर्टिब्रल ऑस्टियो आर्थराइटिस के कारण हो सकता है। इससे तुरंत निजात पाने के लिए लोग अक्सर क्रीम या हल्की मालिश का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा अधिकतर लोग हॉट वाटर बैग से सिकाई करते हैं। लेकिन अधिक गरम सिकाई से फयदे की जगह नुकसान हो सकता है। हालांकि यह दर्द से निजात पाने का प्राकृतिक तरीका है। सिंकाई के कारण ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और मांसपेशियों को राहत मिलती है। इससे दर्द और थकान दूर होती है।
सिकाई के लिए इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है:-
- पानी उतना ही गरम रखें जितना आप सह सकें।
- यदि थोड़ा भी अधिक गरम लगे, तो तुरंत उसे हटा लें।
- इसका प्रयोग मात्र 15-20 मिनट के लिए करें। दोबारा प्रयोग चार घंटे के बाद करें।
- पानी गरम करते समय कभी भी इसे उबलने न दें।
इलेक्ट्रिक हीट पैक का प्रयोग कर रहे हों, तो तापमान अधिक बढने से पहले उसे स्वीच ऑफ करें। इसके अलावा सीधा बैठे, हल्का व्यायाम करें, हीलवाली चप्पलों के बजाय फ्लैट चप्पलों का प्रथोग करें।