लौंग के फायदे, इसके गुण और घरेलू नुस्खे/उपचार

लौंग (Syzygium aromaticum)
लौंग के औषधीय गुण, घरेलू नुस्खे और फायदे - Laung ke aushadhiya gun gharelu nuskhe ewam fayde (Benefit of clove and its medicinal use)
लौंग के फायदे, इसके गुण और घरेलू नुस्खे/उपचार
लौंग एक मसाला के रूप में तो प्रयोग करते ही हैं परंतु इसके कई औषधीय गुण भी है जिसके कारण हम इसे कई बीमारियों एवं समस्याओं को दूर करने के लिए औषधि के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। प्रस्तुत है लौंग के कुछ घरेलू नुस्खे जिसे आप नीचे दिये बीमारियों एवं समस्याओं में प्रयोग कर सकते हैं।

गला बैठ जाना, खाँसी, उल्टी :- एक या दो लौंग थोड़े नमक के साथ चबाकर रस चूसें ।

भूख की कमी, गैस, अपच, उल्टी :- दो ग्राम लौंग 8 ग्लास पानी में उबाल कर दो ग्लास काढ़ा तैयार करें। इसका दिन में चार खुराक सेवन करें ।

माँसपेशियों की ऐंठन (muscular cramps):- लौंग का तेल लगाएं ।

दाँत-दर्द:- दो-तीन बून्द लोंग-तेल थोड़ी रूई पर लगाकर दर्द देने वाले दाँत पर रखें ।

गर्भावस्था की उल्टी :- लौंग का एक ग्राम चूर्ण एक चम्मच अनार के चूर्ण में मिलाकर धीरे-धीरे चाट लें ।

बुखार :- दो ग्राम चिरैते के साथ एक ग्राम लौंग मिला कर पीस लें । इस लेई को एक कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।

दमा, खाँसी :- एक लौंग, अकौन का एक फूल और एक चुटकी काला नमक इन तीनों को पीस कर गोली बना दें। गोली को मुँह में रख कर धीरे-धीरे उस का रस चूसे ।
कुक्कुर खाँसी :- कुछ लौंग तवे पर गरम कर लें । उसका चूर्ण बनाकर थोड़ा शहद मिला दें । इस लेई को  मुँह में रख कर रस धीरे-धीरे चूसें ।

गर्भावती औरतों का दस्त :- 30 ग्राम लौंग एक लीटर पानी में उबाल कर 100 मि० ली० काढ़ा तैयार करें । इसकी दिन में तीन खुराक सेवन करें।

मुँह से बदबू आने पर :- 4-5 बूँद लोंग-तेल एक कप पानी मे डाल कर उस पानी से कुल्ला करें ।

आन्त्रशोथ ( गैस्ट्रोएनस्ट्रेटीज ) के प्रतिरोध के लिए :- तीन लौंग, 1/2 चम्मच इलायची का बीज, और एक चुटकी हींग इन तीनों को तवे पर गरम कर कूट लें । एक गलास पानी में इसको रात भर भिगा दें । इसकी दो खुराक सेवन करें ।

कीड़े को भगाने के लिए :- लोंग का चूर्ण छिड़क दें। चींटी को भगाने के लिये :- लोंग का चूर्ण छिडक दें ।

दालचीनी के औषधीय गुण एवं फायदे - Benefits of Cinnamon in hindi

दालचीनी (Cinnamomum zeylanicum)

दालचीनी की छाल एक मसाले के रूप में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह मुख्यतः एक मसाला और स्वादिष्ट बनाने का मसाला सामग्री के रूप में रसोई में कार्यरत हैं। इसमें कई औषधीय गुण भी पाये जाते हैं जो हमारे शरीर के कई बीमारियों को दूर करने में सहायक है। प्रस्तुत है दालचीनी से होने वाले फायदे एवं कुछ सरल घरेलू नुस्खे। Benefits of Cinnamon (Dalchini) in hindi.

दालचीनी के औषधीय गुण एवं फायदे - Benefits of Cinnamon in hindi
ठंड के कारण सिर-दर्द :- दालचीनी को पानी के साथ पीस लें और माथे पर लगाएं ।

माँ के दूध की कमी, प्रसव के बाद मासिक धर्म देरी से होने के लिए :- दालचीनी का 1/4 चम्मच चूर्ण एक कप दूध में मिला कर सोने के पहले 10-15 दिनों तक पिएं ।

मुँह से बदबू होने पर :- दालचीनी का टुकडा पान के पत्ते के साथ चबाएं ।

मुँह में ठीक स्वाद नहीं लगने पर :- दालचीनी का चूर्ण और शहद मिलाकर जीभ पर रगड़ दें ।
सदीं, फ्लू, गला बैठ जाना (sore throat) :- दालचीनी का 1/2 चम्मच चूर्ण और 1/4 चम्मच गोलमिर्च-चूर्ण एक कप पानो में उबाल कर उसमें एक चम्मच शहद मिला कर पिएं।

फुंसी :- निम्बू के एक चम्मच रस में एक चम्मच दालचीनी का चूर्ण मिला कर चेहरे पर बराबर लगाएं ।

अमाशय के कैंसर :-  एक माह तक गरम पानी में दालचीनी पाउडर और शहद का सेवन करने से फायदा होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ सके।

मोटापा घटाने के लिए:- एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास जल में उबालकर आंच से उतार लें। इसके बाद उसमें दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ता करने से आधा घंटा पहले पिएं। रात को सोने से पहले भी इसका सेवन करना दुगुना फायदेमंद होता है, और अतिरिक्त चर्बी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।

मुँहासे व ब्लैकहैडस के लिए:- दालचीनी पाउडर को नीबू के रस में मिलाकर मुँहासे वाली त्वचा में लगाएँ।

त्वचा की चमक के लिए :-  एक नीबू के रस में दो बड़े चम्मच जैतून का तेल, एक कप चीनी, आधा कप दूध, दो चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पांच मिनट के लिए शरीर पर लगाएं। इसके बाद नहा लें, त्वचा खिल उठेगी।
इसके अलावा शहद और दालचीनी के पेस्ट को रात को सोते वक्त चेहरे पर लगाएं और सुबह गरम जल से धो लें।

बालों का गिरना, गंजापन:-  जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाकर इसे सिर में लगाए और पंद्रह मिनट बाद धो लें।

जोड़ों के दर्द के लिए:-  हल्के गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और थोड़े से शहद को मिलाकर शरीर में दर्द वाले अंग पर लगाकर हल्‍के हाथों से मालिश करने से फायदा होता है। एक कप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।

बहरापन दूर करने के लिए:-  शहद और दालचीनी पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्‍मच सुबह और रात को लेने से सुनने की शक्ति बढ़ती है। कान से कम सुनाई देने की समस्‍या होने पर कान में दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें डालने से आराम मिलता है।