फ्रिज में क्या नहीं रखना चाहिए

खाने-पीने की चीजों को खराब होने से बचाने के लिए हम उन्हें फ्रिज में स्टोर कर देते हैं, लेकिन आपको यह जानने की जरूरत है की कई चीजें ऐसी भी हैं, जिन्हें फ्रिज में स्टोर करना सही नहीं है। ऐसा करने से वे खराब हो सकती हैं या पहले से स्टोर की गई चीजों  को खराब कर सकती है।

केला: केले लंबे समय तक फ्रिज में स्टोर करने से बहुत जल्दी और ज्यादा पाक जाते हैं। इसके पोषक तत्व में भी कमी हो जाती है। इसके अलावा, फ्रिज में रखे केले को खाने से कफ की समस्या भी हो सकती है।

कॉफी: कॉफी बीन्स को कभी भी फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। इससे फ्रिज में उपस्थित अन्य पदार्थों की महक कॉफी में लग जाती है। जैसे कॉफी को फ्रिज में रखा जाये, तो यह उसमें उपस्थित अन्य पदार्थों जैसे सब्जी आदि की महक को एब्जोर्ब कर लेता है। इससे पूरी कॉफी खराब हो जाती है।

लहसुन: बेहतर होगा लहसुन को आप कमरे के नॉर्मल टेंपरेचर में ही स्टोर करें। फ्रिज में रखने के 12 घंटे बाद ही लहसुन सूखने लग जाता है और उसका स्वाद भी खत्म हो जाता है।

टमाटर: फ्रिज का तापमान बहुत कम होता है और बेहद कम तापमान में टमाटरों का प्रकृतिक स्वाद खराब हो जाता है। साथ ही, उन्हें पकाने में अतिरिक्त गैस खपत होता है।

प्याज: प्याज को लंबे समय तक फ्रिज में स्टोर करने से उसमें फुफंद लग सकता है। इसकी महक से फ्रिज में राखी बाकी सामान भी खराब हो सकता है। अगर काट कर रखा जाये, तो इसकी परतें सूखने लगती हैं।

आलू: आलुओं को फिर्ज में स्टोर करने से उनमें मौजूद स्टार्च बहुत तेजी से क्षुगर में तब्दील होता है। अंधेरी जगहों में रखने से वे काफी समय तक बढ़िया रहते हैं। साथ ही उन्हें किसी वेंटिलेटेड स्थान में बिना धोये हुए रखना चाहिए।

शहद: शहद को फ्रिज से बाहर नॉर्मल टेंपरेचर में रखें, तो याह सालों तक खराब नहीं होगा, लेकिन अगर फ्रिज में स्टोर करके रखें, तो कम तापमान होने के कारण याह यह जम जाता है और जल्दी खराब हो जाता है।

केसर व कपूर के सेवन से नष्ट होते हैं कृमि (Benefits of Saffron in Hindi)

Benefits of Saffron in our disease in hindi.

केसर (Saffron) सबसे महंगा मसाला माना जाता है। जहां एक तरफ यह मसाला अपने स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है, वहीं इसमें बहुत सारे अयुर्वेदित गुण विद्यमान है जिसका उपयोग घरेलू उपचार में भी किया जाता है। भारत में केसर का उत्पादन कश्मीर में होता है।  यहाँ प्रस्तुत हैं इससे संबन्धित कुछ घरेलू उपचार (Gharelu Nuskhe) ।
  • केसर व कपूर की एक-एक चुटकी में 2-4 बूंद दूध मिला कर पीसें और एक चम्मच दूध में मिला कर बच्चे को 2-3 दिन पिलाएँ। इससे कृमि (Worms) नष्ट होते हैं। 
  • चन्दन को केसर के साथ घिस कर लेप माथे पर लगाने से सिर, आँखों और दिमाग को शीतलता मिलती हैं। 
  • चन्दन और केसर को मिला कर सिर पर इसका लेप लगाने से सिर दर्द (Head ache) में राहत मिलती है। 
  • केसर मिला दूध सुबह-शाम पिलाने से बच्चों को सर्दी और जुकाम से राहत मिलती है। 
  • बच्चे की सर्दी समाप्त न हो, तो उसकी नाक, माथे, छाती और पीठ पर केसर, जायफल और लौंग के पेस्ट का लेप लगाने से फायदा होता है। 
  • त्वचा के झुलसने पर केसर का लेप लगाएं, तुरंत लाभ होता है और नयी त्वचा का निर्माण जल्द होता है। 
  • केसर दूध के साथ पीने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है। 
  • सोते समय दूध में केसर डाल के पीएं अनिद्रा दूर होगी।
  • बादाम को रात भर पानी में भिगोएँ और बाद में पेस्ट बना लें। केसर, शहद और नींबू का रस गुनगुने पानी में मिला कर इस पैक को चेहरे और गरदन पर लगाएं। इससे झुरिया, एक्ने और दाग दूर होंगे। 
केसर व कपूर के सेवन से नष्ट होते हैं कृमि (Benefits of Saffron in Hindi)