चक्रपादासन (Chakrapadasana) - पेट की समस्याओं के लिए लाभकारी

पेट से संबन्धित समस्याओं को दूर करने के लिए चक्रपादासन (Chakrapadasan) एक लाभकारी आसान है। आज हमारा लाइफ स्टाइल काफी बादल गया है। फास्ट फूड का चलन काफी बढ़ गया है जिसके परिणामस्वरूप पेट की समस्या हर व्यक्ति को होने लगी है। दावा के प्रयोग से पेट की समस्या से थोड़ा आराम मिल तो जाता है पर इसका कोई स्थायी समाधान नहीं हो पता है। ऐसे स्थिति में इस आसान का नियमित अभ्यास आपको पेट से संबन्धित समस्याओं से निजात दिला सकता है। 

चक्रपादासन (Chakrapadasana) की विधि :
चक्र पादासन

चरण 1 : सबसे पहले जमीन में आप सीधे लेट जाएं। घुटने को सीधा रखते हुए दायें पैर को जमीन से 5 सेमी ऊपर उठाएं। पैर को बगैर मोड़े दायीं ओर से बायीं ओर वृत बनाते हुए दस बार घुमाएं। पैर को घूमाते हुए एड़ी को जमीन के साथ स्पर्श न होने दें। विपरीत दिशा में भी अभ्यास को 10 बार करें। फिर इसे बायें पैर से करें। इस कार्य में अधिक जोर न लगाएं। प्रारंभिक स्थिति में आकर सांसों के सामान्य होने तक विश्राम करें।

चरण 2 : दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं। उन्हें सीधा रखें। दोनों पैरों को दायें से बायीं ओर फिर विपरीत दिशा में तीन से पांच बार घूमाते हुए बड़ा वृत बनाएं।

श्वसन : पूरे अभ्यास के दौरान सांसों को सामान्य बनाये रखने का प्रयास करें।

लाभ : यह आसन पेट से संबंधित समस्याओं जैसे- अपच, कब्ज, अम्लता, गैस, मधुमेह में लाभकारी है। पेट की पेशियों को सुदृढ़ बनाता है और अंगों की मालिश करता है।