मसूढ़ों से खून आना




मसूढ़ों से खून आना

          शरीर को नियमित आहार के साथ विटामिन `सी´ न मिलने पर मसूढ़े मुलायम व कमजोर पड़ने लगते हैं जिससे मसूढ़ों से खून, पीब आदि निकलने लगती है। विटामिन `सी´ की अधिक कमी के कारण त्वचा पर काले धब्बे पड़ जाते हैं। मसूढ़ें सूज जाने से दांत कमजोर हो जाते हैं जिससे सांस में बदबू, खड़ा होने पर चक्कर एवं आंखों के सामने अन्धेरा छाना आदि रोग उत्पन्न होने लगते हैं।परिचय :

कारण :

मसूढ़ों की सूजन

मसूढ़ों की सूजन


          मुंह पर चोट लगने से दांत हिलने लगते हैं जिससे मसूढ़ें सूज जाते हैं। अधिक गर्म पदार्थ खाने से भी मसूढ़ें जलकर सूज जाते हैं। मसूढ़ों में सूजन होने पर मसूढ़ें कमजोर हो जाने से दांत हिलने लगते हैं और इलाज न कराने से दांत गिरने लगते हैं।परिचय :

कारण :

लक्षण :

विभिन्न औषधियों से उपचार-
1. व्याघ्रैरण्ड : व्याघ्रैरण्ड के पत्तों के काढ़े से बार-बार कुल्ला करने से मसूढ़ों की सूजन दूर हो जाती है।
2. गुग्गुल : 35 मिलीलीटर पानी में 3.50 मिलीलीटर गुग्गुल घोलकर या 90 प्रतिशत एल्कोहल में 20 प्रतिशित गुग्गुल घोलकर मिश्रण बनाकर उसमें रूई को भिगोकर मसूढ़ों पर मलने से सूजन ठीक हो जाती है।
3. फिटकरी :
4. प्याज : प्याज में नमक मिलाकर खाने से एवं प्याज को पीसकर मसूढ़ों पर दिन में 2 से 3 बार मलने से मसूढ़ों की सूजन खत्म हो जाती है और मसूढ़ें स्वस्थ बन जाते हैं।
5. अतिबला (कंघी) : अतिबला (कंघी) के पत्तों का काढ़ा बनाकर प्रतिदिन 3 से 4 बार रोजाना कुल्ला करने से मसूढ़ों की सूजन व मसूढ़ों का ढीलापन खत्म हो जाता है।
6. सुपारी : मसूढ़ों की सूजन में सुपारी को जलाकर इसके बारीक पॉउडर (मंजन) बनाकर दांतों पर मलने से मसूढ़ों का ढीलापन खत्म हो जाता है।
7. सुहागा : बोल (हीरा बोल) और सुहागा को मिलाकर मसूढ़ों की सूजन पर धीरे-धीरे मलने से सूजन दूर हो जाती है।
8. सुपारी : 1 ग्राम जली सुपारी का चूर्ण, 1 ग्राम फिटकरी, 2 ग्राम सेलखड़ी और 1 ग्राम कत्था को बारीक पीसकर पॉउडर बना लें। इस पॉउडर को मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों की सूजन व मसूढ़ों के सभी रोग मिट जाते हैं।
9. सोंठ : सोंठ को पीसकर चूर्ण बना लें। इस 3 ग्राम चूर्ण को पानी के साथ प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से मसूढ़ों की सूजन में लाभ होता है।
10. सेंधानमक : 1 ग्राम पिसा हुआ सेंधानमक और 1 ग्राम मीठा सोड़ा  को 100 मिलीलीटर पानी में उबालें। इस हल्के गर्म पानी से रोजाना सुबह-शाम कुल्ला करने से मसूढ़ों की सूजन ठीक हो जाती है।
11. कबाबचीनी (शीतलचीनी) : मसूढ़ों की सूजन में 10 ग्राम कबाबचीनी, 10 ग्राम सुहागा और 10 ग्राम माजूफल को कूटकर मंजन बनाकर मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों की सूजन समाप्त हो जाती है।
12. अदरक : अदरक के रस में नमक मिलाकर रोजाना सुबह-शाम मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों की सूजन ठीक हो जाती है।
13. हरड़ : हरड़, बहेड़ा व आंवला को 10-10 ग्राम की मात्रा में लेकर मोटा-मोटा कूटकर रख लें। फिर इसको 800 मिलीलीटर पानी में उबालें। इस पानी के उबलने पर 200 मिलीलीटर पानी बच जाने पर 30 से 60 मिलीलीटर पानी से दिन में 2 से 3 बार गरारे करने से मसूढ़ों की सूजन ठीक हो जाती है।
14. खदिरादि : खदिरादि के तेल को मुंह में भरकर थोड़ी देर रखकर कुल्ला करने से मसूढ़ों की सूजन व फोड़े खत्म हो जाते हैं।
15. संग जराहत : संग जराहत, नौसादर एवं फिटकरी को बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसकर पॉउडर बनाकर रोजाना इससे मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों की सूजन खत्म हो जाती है।
16. इरिमेदादि : इरिमेदादि तेल को दिन में 2 बार मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं।
17. अदरक : मसूढ़े फूल जाने पर तो 3 ग्राम सौंठ को दिन में 1 बार पानी के साथ फांके। इससे दांत का दर्द ठीक हो जाता है। यदि दांत में दर्द सर्दी से हो तो अदरक पर नमक डालकर पीड़ित दांतो के नीचे रखें।
18. कालीमिर्च - मसूढ़ों की सूजन दूर करने के लिए कालीमिर्च के काढ़े से गरारे करने से लाभ होता हैं।
19. नमक : नमक के छोटे-छोटे टुकड़ों को तोड़कर, फूली हुई फिटकरी का पिसे हुए चूर्ण को मिलाकर मसूढ़े पर लगाने से लाभ मिलता है।