दालचीनी के औषधीय गुण एवं फायदे - Benefits of Cinnamon in hindi

दालचीनी (Cinnamomum zeylanicum)

दालचीनी की छाल एक मसाले के रूप में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह मुख्यतः एक मसाला और स्वादिष्ट बनाने का मसाला सामग्री के रूप में रसोई में कार्यरत हैं। इसमें कई औषधीय गुण भी पाये जाते हैं जो हमारे शरीर के कई बीमारियों को दूर करने में सहायक है। प्रस्तुत है दालचीनी से होने वाले फायदे एवं कुछ सरल घरेलू नुस्खे। Benefits of Cinnamon (Dalchini) in hindi.

दालचीनी के औषधीय गुण एवं फायदे - Benefits of Cinnamon in hindi
ठंड के कारण सिर-दर्द :- दालचीनी को पानी के साथ पीस लें और माथे पर लगाएं ।

माँ के दूध की कमी, प्रसव के बाद मासिक धर्म देरी से होने के लिए :- दालचीनी का 1/4 चम्मच चूर्ण एक कप दूध में मिला कर सोने के पहले 10-15 दिनों तक पिएं ।

मुँह से बदबू होने पर :- दालचीनी का टुकडा पान के पत्ते के साथ चबाएं ।

मुँह में ठीक स्वाद नहीं लगने पर :- दालचीनी का चूर्ण और शहद मिलाकर जीभ पर रगड़ दें ।
सदीं, फ्लू, गला बैठ जाना (sore throat) :- दालचीनी का 1/2 चम्मच चूर्ण और 1/4 चम्मच गोलमिर्च-चूर्ण एक कप पानो में उबाल कर उसमें एक चम्मच शहद मिला कर पिएं।

फुंसी :- निम्बू के एक चम्मच रस में एक चम्मच दालचीनी का चूर्ण मिला कर चेहरे पर बराबर लगाएं ।

अमाशय के कैंसर :-  एक माह तक गरम पानी में दालचीनी पाउडर और शहद का सेवन करने से फायदा होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ सके।

मोटापा घटाने के लिए:- एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास जल में उबालकर आंच से उतार लें। इसके बाद उसमें दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ता करने से आधा घंटा पहले पिएं। रात को सोने से पहले भी इसका सेवन करना दुगुना फायदेमंद होता है, और अतिरिक्त चर्बी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।

मुँहासे व ब्लैकहैडस के लिए:- दालचीनी पाउडर को नीबू के रस में मिलाकर मुँहासे वाली त्वचा में लगाएँ।

त्वचा की चमक के लिए :-  एक नीबू के रस में दो बड़े चम्मच जैतून का तेल, एक कप चीनी, आधा कप दूध, दो चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पांच मिनट के लिए शरीर पर लगाएं। इसके बाद नहा लें, त्वचा खिल उठेगी।
इसके अलावा शहद और दालचीनी के पेस्ट को रात को सोते वक्त चेहरे पर लगाएं और सुबह गरम जल से धो लें।

बालों का गिरना, गंजापन:-  जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाकर इसे सिर में लगाए और पंद्रह मिनट बाद धो लें।

जोड़ों के दर्द के लिए:-  हल्के गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और थोड़े से शहद को मिलाकर शरीर में दर्द वाले अंग पर लगाकर हल्‍के हाथों से मालिश करने से फायदा होता है। एक कप हल्के गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।

बहरापन दूर करने के लिए:-  शहद और दालचीनी पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्‍मच सुबह और रात को लेने से सुनने की शक्ति बढ़ती है। कान से कम सुनाई देने की समस्‍या होने पर कान में दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें डालने से आराम मिलता है।

पेशाब में जलन दूर करता है इलायची Benefits of Cardamom in hindi

इलायची (Elettaria cardamomum) के फायदे और घरेलू नुस्खे

इलायची का सेवन आमतौर पर मुखशुद्धि के लिए अथवा मसाले के रूप में किया जाता है। यह दो प्रकार की आती है- हरी या छोटी इलायची तथा बड़ी इलायची। जहाँ बड़ी इलायची व्यंजनों को लजीज बनाने के लिए एक मसाले के रूप में प्रयुक्त होती है, वहीं हरी इलायची मिठाइयों की खुशबू बढ़ाती है। मेहमानों की आवभगत में भी इलायची का इस्तेमाल होता है। लेकिन इसकी महत्ता केवल यहीं तक सीमित नहीं है। यह औषधीय गुणों की खान है। प्रस्तुत है इलायची के फायदे, औषधीय गुण और कुछ घरेलू नुस्खे/उपचार। Ilaychi ke gun aur fayde
Benefits of Cardamom in hindi

उल्टी, पेशाब करने में कष्ट, पेशाब होने समय जलन:- नारियल पानी में 1/4 चम्मच इलायची-चूर्ण मिला कर पिएँ ।

प्रसव के बाद थकावट :- 1 ग्राम इलायची-चूर्ण एक ग्लास पानी में उबल लें और ठंडा होने पर पी लें ।

खाँसी, गला बैठ जाना, साँस लेने में तकलीफ :- इलायची, सोंठ और जीरा इन सबों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला दें, और हर 5 - 10 मिनट में एक-एक चुटकी सेवन करें।
छाती का तनाव (chest conjestion) :- एक चम्मच इलायची-चूर्ण में घी मिला कर धीरे-धीरे चाट लें ।

पेशाब संबंधी गड़बड़ी, बीज की कमी :- एक कप दूध में एक चुटकी इलायची-चूर्ण और थोड़ा हींग मिला दें । उसमें थोड़ा घी भी मिलाकर सोने के पहले सेवन करें।

छाती का दर्द (angina pectoris) :- इलायची का चूर्ण और पिपली चूर्ण बराबर मात्रा में मिला दें और तीन ग्राम दिन में तीन बार घी के साथ सेवन करें ।

श्वेतप्रदर :- इलायची का 1 ग्राम चूर्ण घी के साथ तीन जार सेवन करें।

पेट के कीड़े, अपच, पेट-दर्द :- 2 ग्राम इलायची, 4 ग्राम लहसुन और 4 ग्राम सोंठ 2 ग्लास पानी में उबाल कर एक ग्लास काढ़ा तैयार करें। मात्रा 60 मिoली० दिन में दो बार सेवन करें ।

आधकपारी :- कपड़े के एक टुकड़े पर थोड़ा इलायची-चूर्ण और थोड़ा हल्दी-चूर्ण छिड़क दें । उससे एक बत्ती बना दे । बत्ती के ऊपर थोड़ा सा घी लगाकर जला दे और धुआँ लूँघ लें ।

पेशाब न होना :- एक ग्राम इलायची-चूर्ण 30 मि० ली० शराब में मिलाकर सेवन करें।