इलायची (Elettaria cardamomum) के फायदे और घरेलू नुस्खे
उल्टी, पेशाब करने में कष्ट, पेशाब होने समय जलन:- नारियल पानी में 1/4 चम्मच इलायची-चूर्ण मिला कर पिएँ ।
प्रसव के बाद थकावट :- 1 ग्राम इलायची-चूर्ण एक ग्लास पानी में उबल लें और ठंडा होने पर पी लें ।
श्वेतप्रदर :- इलायची का 1 ग्राम चूर्ण घी के साथ तीन जार सेवन करें।
पेशाब न होना :- एक ग्राम इलायची-चूर्ण 30 मि० ली० शराब में मिलाकर सेवन करें।
इलायची का सेवन आमतौर पर मुखशुद्धि के लिए अथवा मसाले के रूप में किया जाता है। यह दो प्रकार की आती है- हरी या छोटी इलायची तथा बड़ी इलायची। जहाँ बड़ी इलायची व्यंजनों को लजीज बनाने के लिए एक मसाले के रूप में प्रयुक्त होती है, वहीं हरी इलायची मिठाइयों की खुशबू बढ़ाती है। मेहमानों की आवभगत में भी इलायची का इस्तेमाल होता है। लेकिन इसकी महत्ता केवल यहीं तक सीमित नहीं है। यह औषधीय गुणों की खान है। प्रस्तुत है इलायची के फायदे, औषधीय गुण और कुछ घरेलू नुस्खे/उपचार। Ilaychi ke gun aur fayde
उल्टी, पेशाब करने में कष्ट, पेशाब होने समय जलन:- नारियल पानी में 1/4 चम्मच इलायची-चूर्ण मिला कर पिएँ ।
प्रसव के बाद थकावट :- 1 ग्राम इलायची-चूर्ण एक ग्लास पानी में उबल लें और ठंडा होने पर पी लें ।
खाँसी, गला बैठ जाना, साँस लेने में तकलीफ :- इलायची, सोंठ और जीरा इन सबों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला दें, और हर 5 - 10 मिनट में एक-एक चुटकी सेवन करें।
छाती का तनाव (chest conjestion) :- एक चम्मच इलायची-चूर्ण में घी मिला कर धीरे-धीरे चाट लें ।पेशाब संबंधी गड़बड़ी, बीज की कमी :- एक कप दूध में एक चुटकी इलायची-चूर्ण और थोड़ा हींग मिला दें । उसमें थोड़ा घी भी मिलाकर सोने के पहले सेवन करें।
छाती का दर्द (angina pectoris) :- इलायची का चूर्ण और पिपली चूर्ण बराबर मात्रा में मिला दें और तीन ग्राम दिन में तीन बार घी के साथ सेवन करें ।
श्वेतप्रदर :- इलायची का 1 ग्राम चूर्ण घी के साथ तीन जार सेवन करें।
पेट के कीड़े, अपच, पेट-दर्द :- 2 ग्राम इलायची, 4 ग्राम लहसुन और 4 ग्राम सोंठ 2 ग्लास पानी में उबाल कर एक ग्लास काढ़ा तैयार करें। मात्रा 60 मिoली० दिन में दो बार सेवन करें ।
आधकपारी :- कपड़े के एक टुकड़े पर थोड़ा इलायची-चूर्ण और थोड़ा हल्दी-चूर्ण छिड़क दें । उससे एक बत्ती बना दे । बत्ती के ऊपर थोड़ा सा घी लगाकर जला दे और धुआँ लूँघ लें ।
पेशाब न होना :- एक ग्राम इलायची-चूर्ण 30 मि० ली० शराब में मिलाकर सेवन करें।