धनिया के गुण, फायदे और घरेलु नुस्खे

धनिया (Coriandrum sativum)

धनिया के औषधीय गुण, फायदे और घरेलू नुस्खे/उपचार Benefits of Coriander, Dhaniya ke fayde, iske gun aur gharelu nuskhe/upchar.
धनिया के गुण, फायदे और घरेलु नुस्खे

अपच, मित्तली (nausea) , पेचिश, पीलिया, ( हेपटैटीज), अल्सरेटिव कोलैटीज़ ( पेट दर्द ) :- धनिया पत्ते का एक या दो चम्मच रस मट्ठे में मिला कर दिन में चार बार सेवन करें। 

उच्व रक्त चाप, कोलेस्ट्रॉल  :- एक चम्मच धनिया एक ग्लास पानी में उबाल कर बराबर पोते रहें ।

मासिक धर्म (menses) के समय अधिक रक्तस्राव :- 10 ग्राम धनिया बीज 1/2 लीटर पानी में उबाल कर 1/4 लीटर काढा तैयार करें। उसमें चीनी मिला कर सेवन करें। मासिक धर्म के आरंभ से 3-5 दिनों तक सेवन करते रहें। 

फुंसी (pimples), चर्म का सूखापन (dry skin) :- एक चम्मच धनिया पत्ती के रस में एक चुटकी हल्दी का चूर्ण मिलाकर चेहरे पर लेप लगाएं। 

सर दर्द (headache) :- धनिया और चन्दन का लेप बना कर लगा दें।
आँख आना :- धनिया के ताजे बीज का काढ़ा तैयार का उससे आँखें धोए ।

आँखों की रोशनी में कमी :- धनिया पत्ते का 25 मि०ली० रस दिन में दो बार कुछ दिनों तक सेवन करें ।

पेशाब होने पर कष्ट :- नारियल पानी में 5 ग्रा० धनिया-चूर्ण मिलाकर पिए।

बुखार ( खास कर रात में ) :- धनिया के बीज का चूर्ण और सहद्देबी पत्ते का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला कर चम्मच मिश्रण चीनी के साथ दिन में दो बार खाएँ। 

मुँह से बदबू, मुँह से पानी आना :- धनिया के कुछ बीज चबाएं। प्यास की अधिकता :- 60 ग्राम धनिया कूटकर 600 मि०ली० पानी में रात भर भिगा दे। सबेरे पानी छान कर उसमें चीनी मिला कर पिएं। 

जमालगोटा लेने पर प्रत्यौषध :- एक चम्मच धनिया चूर्ण दही मैं मिलाकर चीनी के साथ खाएं।

बिल्वा का प्रत्यौषध:- धनिया पत्ते का रस लगाएं।

नाक से खुन बहने पर (विशेष कर गर्मी के समय):- धनिया पत्ते के दो तीन बून्द रस नासिका में डाल दें।

हल्दी के गुण, इसके फायदे और घरेलु उपचार

हल्दी (Curcuma longa)

हल्दी के गुणों से हम सब वाकिफ हैं। हमारे खान-पान में हल्दी का अहम स्थान है। बिना हल्दी के भारतीय खाने की कल्पना नहीं की जा सकती है। हल्दी में कई प्रकार के औषधीय गुण भी पाये जाते हैं जिसके उपयोग से हम कई प्रकार के बीमारियों और समस्याओं से दूर रह सकते हैं। प्रस्तुत है हल्दी के फायदे, इसके औषधीय गुण और हल्दी के घरेलू नुस्खे/उपचार। Benefit of Turmeric in hindi, Haldi ke aushadhiy gun, fayde aur gharelu nuskhe/upchar. 

Benefits of Turmeric
सर्दी, खाँसी, एलेर्जी, अपच, विषैले भोजन के कारण उल्टी:- एक चम्मच हल्दी चूर्ण एक कप दूध में मिला दें। उसमे एक कप पानी भी डाल दें। एक कप काढ़ा होने तक उबाल दें।
मात्रा :- एक कप। (खाँसी और सदी के लिये सोने के पहले सेवन करें) ।

 फुंसी, छोटी माता के दाग :- लाल चन्दन और हल्दी की लेई तैयार कर सोने के पहले लेप लगा दें और सबेरे साफ कर दें। 2-3 सप्ताह तक लगातार यह इलाज करना चाहिए।

पेट का घाव ( पेष्टिक अल्सर) :- (a) खूब ठंडे दूध में हल्दी का एक चम्मच चूर्ण मिला कर सबेरे खाली पेट मे उसका सेवन करें।
 (b) हल्दी के चूर्ण में शहद मिला कर आँवले के बराबर गोली तैयार करें। एक गोली सुबह खाली पेट में 2-3 महीने तक सेवन करें ।
पेट के कीड़े :- हल्दी का आधा चम्मच चूर्ण एक कप गरम पानी में मिला दें, और उसमें एक चुटकी नमक डालकर सोने के पहले 5-7 दिनों तक पिलाएँ ।

आँख आना :- 1/2 चम्मा हल्दी-चूर्ण 60 मि०ली० गुलाब जल में अच्छी तरह से मिला दे । एक साफ कपड़े में छान कर उसको आँख के लोशन के रूप में इस्तेमाल करें।

हड्डियों को मजबूत करने के लिए:- दूध में हल्दी मिला कर रोज सेवन करें। इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलता है। हड्डियां स्वस्थ और मजबूत होती है। यह ऑस्टियोपोरेसिस (osteoporosis) के मरीजों को राहत पहुंचाता है।

श्वेतप्नदर :- ब्राह्मी बूटी (बेंग साग) के 9 पत्ते और 1/2 चम्मच हल्दी चूर्ण अच्छी तरह पीस कर लेई बना लें। इस लेई को एक ग्लास मट्ठा या नारियल के पानी में मिलाकर सबेरे खाली पेट में 21 दिनों तक पियें ।

कैंसर (प्रतिरोध के लिए) :- प्रतिदिन 1.5 ग्राम हल्दी भोजन के साथ खायें ।

मुचक जाने पर, गठिया, घाव, फोड़ा, सूजन, कीड़े के काटने पर :- हल्दी, थोड़ा नमक, और चूना इन तीनों का लेप लगा दें ।

 सर्दी के कारण नाक बन्द होने पर (blocked nose) :- सूखी हल्दी को जला कर नाक से धुँवा लें (inhale)।

जावासिर :- हल्दी, भाँग का पत्ता और प्याज़, इन तीनों का पेस्ट सरसों तेल में मिला कर गरम कर लगा दें । 

चमड़े की खुजली और सूजन:- हल्दी और अडूसा का पत्ता बराबर मात्रा में लेकर गोमूत्र में पीस लें और लेप लगाएं ।

डेड स्कीन के लिए:- हल्दी, चावल का आटा, कच्चे दूध और टमाटर का रस एक साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे चेहरे पर लगाकर कुछ देर सूखने दें। अंत में साफ पानी से चेहरे को धो लें।

डार्क सर्कल एवं झुरियों के लिए:- हल्दी, छाछ और गन्ने के रस मिलाकर पीएं।

चेहरे की त्वचा के लिए:- हल्दी और शहद का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएँ। कुछ देर सूखने दें और फिर साफ पानी से चेहरे को धो लें। इससे चेहरे की त्वचा के रॉम छिद्र खुल जाते हैं और त्वचा को भरपूर ऑक्सीज़न प्राप्त होता है।

चींटी भगाने के लिए :- हल्दी चूर्ण छिड़क दें ।