प्याज के घरेलु नुस्खे/उपाय (Home remedy of onion in hindi)

प्याज के घरेलु नुस्खे (Home remedy of onion in hindi) प्याज (Onion) - प्याज हमारे भोजन में केवल स्वाद बढ़ाने का ही काम नही करता है बल्कि यह हमारे शारीरिक बिमारियों एवं कमजोरियों को दूर करने में भी सहायक होता है। प्याज और प्याज का रस (Onion juice) हमारे शरीर की कई बीमारियों को दूर करता है। प्रस्तुत है प्याज के घरेलु नुस्खे/उपाय (Pyaj ke gharelu nuskhe in hindi) जिन्हें अपना कर हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते है। Pyaj khane ke fyde.
How-to-use-onion-as-home-remedy
बुखार, फ्लू, सर्दी, गला बैठ जाना:- प्याज (Pyaj), अदरक, नींबू-इन तीनो का रस बराबर मात्रा में लें और उसमें शहद मिलाकर 15 मि० ली० दिन में 2 या 3 बार सेवन करें ।

माँ के दूध की वृद्धि:- प्याज (Onion), मेथी, नारियल, चावल और गुड़ मिला कर खिचडी तैयार करें और भोजन के साथ दिन में एक जार 2-3 सप्ताह तक खायें ।

नस की कमजोरी, बच्चा दुबला होने पर:- प्याज़ को गुड़ के साथ दिन में दो बार 2-3 सप्ताह तक खिलाये ।

कोरोलेस्टेरोल, दिल की बीमारी (प्रतिरोध):- प्रतिदिन 1-2 प्याज खायें ।

कान-दर्द:- प्याज का रस (Pyaj ka ras) गरम कर 4-5 बूंदें कान में डालें।

बेहोशी (Fainting) :- प्याज को सूंघें (sniff)।

गोइटर :- प्याज का एक चम्मच रस शहद के साथ सेवन करें ।

How-to-use-onion-as-home-remedy
सिरदर्द:- प्याज (Pyaj) को पीस कर माथे पर और हाथ-पैर के तलुवों पर लगाएं और थोड़े समय तक विश्राम करें

आधकपारी (Migraine):- एक ग्लास पानी पिएं। प्याज़ की लेई माथे पर और अंगूंठों पर लगाकर थोड़े समय तक लेटकर विश्राम करें।

लू से बचने के लिये (preventive from heat stroke):- जब कभी बारह धूप में जाते हो, तब एक प्याज साथ रख लें। भोजन के साथ प्याज़ खायें ।

मधुमक्खी, क्रीड़े आदि के काटने पर :- प्याज़ को काट कर रगड़ दें ।

घाव, फोड़ा ( बाल तोड़ ):- प्याज की लेई में तेल मिलाकर लगाएं; या प्याज को तेल में उबाल कर तेल को लगाएं।

मासिक धर्म की गडबड़ी:- प्याज़ में नमक मिला कर खायें ।

खुजली, शीत-शोध (chillblains):- एक प्याज काट कर रगड़ दें ।

झुंझुनी दर्द (tingling pain):- सफेद प्याज (White onion) का रस तालुओं पर दिन मे दो बार लगाएं ।

गलका (whitlow):- प्याज की लेई में नमक मिला कर लगाएं।

बावासिर:- एक प्याज कूट कर बावासिर पर लगा कर बाँध दें । साथ-साथ भैस के दूध के घी में प्याज भून कर नियमित खाएं ।

नीद नहीं आने पर:- एक या दो प्याज खायें; या एक ग्लास पानी में थोड़ी प्याज उबाल कर पियें । (कुछ लोगों के लिये इस विधि से नोंद नहीं आती है)