खून की कमी khoon ki kami


खून की कमी

         खून की कमी हरी सब्जियां न खाने के कारण होती है इसकी वजह से भूख नहीं लगती है।परिचय:

कारण:

लक्षण:

         शरीर में कमजोरी उत्पन्न होना, चेहरे की चमक खत्म होना, काम में मन नहीं लगना, शरीर थका-थका रहना, भूख न लगना, पेट की सफाई न होना आदि इस रोग के मुख्य लक्षण हैं। स्त्रियों में खून की कमी के कारण `मासिक-धर्म´ समय से नहीं होता है और खून की कमी के कारण कभी-कभी `मासिक-धर्म´ रुक भी जाता है। खून की कमी बच्चों में हो जाने से बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं जिसके कारण बच्चों के शरीर का विकास नहीं हो पाता। बच्चों का दिमाम इतना कमजोर हो जाता है कि उसकी याददास्त कमजोर हो जाती है जिसके कारण बच्चे पढाई में पिछड़ने लगते हैं। शरीर में खून की कमी होने से चेहरे का रंग पीला, सूजन, सांस लेने में कठिनाई तथा पैरों में सूजन आदि बीमारी हो जाती हैं।
1. सहजन:  सहजन के पत्तों को तोड़कर उसकी सब्जी बनाकर खाने से शरीर में लौह (आयरन) तत्व की कमी दूर होती है और शरीर में खून की कमी के कारण होने वाली बीमारी खत्म होती है।
2. पीपल: पीपल का दूध बताशे में 4 बूंद डालकर खाने से खून की कमी दूर होती है तथा खून की कमी के कारण हुए रोग समाप्त हो जाते हैं।
3. चीकू: शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए प्रतिदिन 3 से 4 चीकू 8 से 10 दिन तक खायें।
4. टमाटरटमाटर, पालक और गाजर का रस आधा-आधा कप प्रतिदिन 40 दिन तक पीने से खून की कमी के कारण हुए रोग में आराम मिलता है।
5. आंवला :
6. अनार: खून की कमी को दूर करने के लिए, अनार के जूस में थोड़ी-सी कालीमिर्च और सेंधानमक को मिलाकर पीने से लाभ होता है।
7. फालसा:
8. पपीता: पपीते का गुदा 200 ग्राम प्रतिदिन खायें। इसका प्रयोग लगातार 20 दिनों तक करने से शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है।
9. अड़ूसे: 1 कप पके अडूसों का रस निकालकर 8 दिन तक पीने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है।
10. आम:
11. आलूबुखारा: आलूबुखारे का रस निकालकर 2 गिलास रस प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से खून की कमी (एनीमिया) खत्म हो जाती है।
12. चुकन्दर :
13. कालीमिर्च: कालीमिर्च को कूटकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में थोड़ा सा सेंधानमक मिलाकर रखें। 1-2 टमाटर काटकर उस पर सेंधानमक और कालीमिर्च का चूर्ण डालकर खाना खून की कमी के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।
14. गाजर:
15. गन्ना: गन्ने के रस में 5 मिलीलीटर आंवले का रस और 5 ग्राम शहद मिलाकर पीने से खून की कमी दूर हो जाती है।
16. हीरा कसीस:
27. सत गिलोय: सत गिलोय लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग घी में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम देने से खून के रोग में लाभ होता है।
28. खवस अलहरीदधुला हुआ खवस अलहरीद 20 ग्राम और 60 ग्राम त्रिफला को कूट छानकर दोनों को लोहे की कढ़ाई में फैलाकर 250 से 300 ग्राम दही को मिश्रण के ऊपर डालकर 7 दिनों तक सुखायें और दिन में 3 से 4 बार उलट-पलट मिलाते रहें। सूख जाने के बाद कूट-छानकर इसमें 6-6 ग्राम पीपल, सोंठ, कालीमिर्च, पीसकर डाल दें। 3 ग्राम मिश्रण (दवा) प्रतिदिन सुबह-शाम एक गिलास छाछ (मठा) के साथ खाली पेट पीयें। इसको खाने से खून की कमी के रोगियों के लिये लाभकारी होता है।
29. कसीस: कसीस भस्म (राख) 24 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ मिलाकर खाने से खून की कमी दूर होती है।
30. पित्तपापड़ा: एक तिहाई कप के पानी में पित्तपापड़ा को मिलाकर पीने से खून की कमी के रोग में लाभ होता है।
31. दूध: एक पीस आंवला को दूध के साथ प्रतिदिन पीने से बीमारी दूर हो जाती है।
32. पौष्टिक भोजन: खून को बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन खाना चाहिए।
33. खीरा: खीरा, ककड़ी, प्याज, चुकन्दर, नींबू का रस, मूली, गाजर आदि का प्रयोग सलाद में करने से खाना खाने की अरुचि खत्म हो जाती है और रोगी अधिक खाना खाने लगता है।
34. चित्रक: चित्रक की जड़ की छाल को छाया में सुखाकर कूट-पीसकर रखें। इसके चूर्ण में 100 मिलीलीटर चित्रक का रस निकालकर मिला लें। यह मिश्रण 3 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से खून की कमी दूर हो जाती है।
35. अंगूर: 100 मिलीलीटर अंगूर का जूस (रस) पीने से शरीर में खून की कमी दूर हो जाती है।
36. बेल पत्थर: बेल पत्थर के पत्तों के 5 ग्राम रस में कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर पीने से पाचनशक्ति ठीक होती है और खून में वृद्धि होती है।
37. कालानमक: 200 ग्राम कटे टमाटर में कालानमक मिलाकर खाने से पाचनशक्ति ठीक होती है और शरीर में खून की भी बढ़ोत्तरी होती  है।
38. शहद: 10 ग्राम शहद और 5 ग्राम आंवला को 200 मिलीलीटर गन्ने के रस में मिलाकर पीने से खून के रोग में लाभ होता है।
39. शक्कर: लाल चीता का चूर्ण आधा ग्राम रोजाना चीनी के साथ लेने से खून और मांस की बढ़ोत्तरी होती है।
40. मुलहठी: मुलहठी का चूर्ण आधा ग्राम की मात्रा में रोजाना सेवन करने से खून में वृद्धि होती है।
41. कूठ: आधा से दो ग्राम कूठ के चूर्ण मेंघी व शहद बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना सुबह-शाम सेवन करने से शरीर में खून बढ़ता है।
42. आम्रपाक: 20 से 25 ग्राम की मात्रा में आम्रपाक खाना खाने से पहले 1 गिलास गाय के दूध में मिलाकर पीने से खून के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।
43. मेथी:
44. कलौंजी: एक कप पानी में 50 ग्राम हरा पुदीना उबालकर छान लें और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर, रोज भूखे पेट सुबह व रात में सोते समय 21 दिन तक सेवन करें। खाने में खट्टी वस्तुओं का उपयोग न करें।
45. गिलोय :
46. पालक:
47. गुड़हल:
48. प्याज:
49. पुनर्नवा: पुनर्नवा की जड़ का चूर्ण, मुनक्का और हल्दी को बराबर मात्रा में पीसकर 1 चम्मच की मात्रा में रोजाना सुबह-शाम 1 कप दूध के साथ सेवन करने से खून की कमी के रोग में लाभ होता है।
50. नींबू:

रक्तवमन (खून की उल्टी) khoon ki ulti

रक्तवमन (खून की उल्टी)


          उल्टी के साथ खून आने को खून की उल्टी कहते हैं। इसके होने की कई वजह होती हैं। यक्ष्मा (टी.बी.रोग) में खांसी के साथ-साथ बलगम में खून भी आ जाता है। आंतों में गैस की उत्तेजना से कभी-कभी खून की नली फटने से या रक्तपित्त दोष (खून में गर्मी) से भी खून की उल्टी हो जाती है।परिचय:

1. अडूसा : अडूसे के पत्तों के रस में शहद को मिलाकर सेवन करने से खून की उल्टी होना बंद हो जाती है।
2. केला : मुलायम केला खाने से खून की उल्टी होना रुक जाती है।
3. कपूर : 2 ग्राम कपूर और 1 ग्राम भांग को पीसकर पानी में मिलाकर मूंग की दाल के आकार की गोलियां बनाकर छाया में सुखा लें और 1-1 गोली हर 3-3 घंटे के बाद पानी से लेने से खून की उल्टी में आराम आता है।
4. अंकोल : अंकोल में मिश्री मिलाकर पीने से मुंह से खून आना बंद हो जाता है।
5. ढाक : ढाक के ताजे रस में मिश्री मिलाकर पीने से खून की उल्टी होना बंद हो जाती है।
6. पेठा : पेठे का रस पीने से खून की उल्टी होना बंद हो जाती है।
7. शहद : लाख के पानी में शहद मिलाकर पीने से खून की उल्टी होना बंद हो जाती है।
8. फिटकरी : भुनी हुई फिटकरी को सुबह-शाम 1-1 ग्राम की मात्रा में पानी से लेने से आराम आता है।
9. बेर : बेर की मींगी (बीज) को नाशपाती के शर्बत में डालकर पीने से खून की उल्टी बंद हो जाती है।
10. मुल्तानी मिट्टी: 50 ग्राम पिसी हुई मुल्तानी मिट्टी को 250 मिलीलीटर पानी में भिगोकर रख दें, इसे 1 घंटे के बाद छान लें। फिर इस पानी को 3-3 चम्मच सुबह, दोपहर और शाम रोगी को देने से खून की उल्टी के रोग में लाभ होता है।
11. वनगोभी: लगभग 50 ग्राम वनगोभी को पीसकर रोगी को खिलाने से खून की उल्टी होना बंद हो जाती है।
12. चन्दन: सफेद चन्दन को पीसकर उसकी गोली बनाकर दिन में 2 से 3 बार रोगी को खिलाने से रुधिर वमन यानी खूनी उल्टी समाप्त हो जाती है।
13. छोटी माई: 2 से 4 ग्राम की मात्रा में छोटी माई के चूर्ण को सुबह और शाम खाने से खून की उल्टी और खून की गर्मी दूर होती है।
14. आमलकी :
15. वासा (अड़ूसा): लगभग 7 से 14 मिलीलीटर वासा के पत्तों के रस को 4 से 6 ग्राम शहद के साथ दिन में 3 बार पीने से खून की उल्टी बंद हो जाती है।
16. मुलेठी:
17. फूलगोभी: फूलगोभी की सब्जी खाने से या कच्ची ही खाने से खून की उल्टियां बंद हो जाती हैं।
नोट: टी.बी. रोगियों को गोभी का उपयोग नहीं करना चाहिए।
18. बरगद: