आज मनुष्य अंतरिक्ष के बारे में जानने के काफी उत्सुक है और हर दिन नये-नये प्रयोग कर रहा है। यह विज्ञान अथवा प्रौद्योगिकी की वह शाखा है जिसमें अंतरिक्ष की क्रियाकलापों की जानकारी हासिल की जाती है। इसके तहत स्पेस क्राफ्ट के माध्यम से अंतरिक्ष में प्रवेश करने, स्पेस क्राफ्ट की देखभाल करने व अंतरिक्ष से प्राप्त जानकारी को लेकर सुरक्षित तरीके से वापस पृथ्वी पर आने से संबन्धित कार्य किये जाते हैं। यह शाखा पृथ्वी को छोड़ कर पृथ्वी के बाहर के वातावरण का अध्ययन करता है। मूलतः यह मौसम की भविष्यवाणी, रिमोट सेंसिंग, जेपीएस सिस्टम, सेटेलाइट टेलिविजन और कुछ लंबी दूरी की संचार प्रणाली के रूप में हर दिन प्रयोग में आने वाली टेक्नॉलॉजी स्पेस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर कार्य करती है। इसके तहत एस्ट्रोनोमी, एस्ट्रोफिजिक्स, कोस्मोलोजी, स्टेलर साइंस, प्लानेटरी साइंस आदि आता है।
कोर्स एवं योग्यता स्पेस टेक्नॉलॉजी में कैरियर बनाने के लिए तीन तरह के कोर्स विभिन्न संस्थानों के द्वारा कराये जाते हैं। आरंभिक कोर्स बैचलर डिग्री की होती है। इसके बाद मास्टर की डिग्री ली जा सकती हैं। एक अन्य कोर्स भी होता है जिसे स्पेस टेक्नॉलॉजी में इंटीग्रेटेड कोर्स कहा जाता है। यह कोर्स 5 सालों का होता है। इसमें आपको बैचलर डिग्री में नामांकन के लिए 12वीं फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स से पास करना होता है तथा जी-एडवांस में भी अच्छे रैंक लाने होते हैं।
स्पेस टेक्नॉलॉजी से संबन्धित कोर्सेज के संस्थानस्नातक डिग्री:
अमेठी इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नॉलॉजी, दिल्ली
आईआईएसटी, तिरुवनंतपुरम
आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवेर्सिटी, पटना
शोभित यूनिवेर्सिटी, मेरठ
मास्टर डिग्री:-
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, पुणे
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, बेंगलुरु
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, रांची
इंटीग्रेटेड कोर्स:-
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, भोपाल, कोलकाता, मोहाली, पुणे
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, भुवनेश्वर
इंटीग्रेटेड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर विश्व भारती, शांति निकेतन
इन संस्थानों में मिल सकती है नौकरियाँ:-
इसरो, डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन), एनएएल (नेशनल एयरोनोटिकल लेबोरेटोरिज), एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड),
उपरोक्त संस्थानों में आप एयरोस्पेस साइंटिस्ट, लेक्चरार, डिफेंस इंडस्ट्री साइंटिस्ट, रिसर्च एसोसिएट्स, इनवयर्नमेंटल साइंटिस्ट, साइंस कम्यूनिकेटर के पदों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।