दांत घिसना

दांत घिसना


         दांत घिसना या दांत किटकिटाना भी एक प्रकार का रोग है। इस प्रकार के दांतों के रोग में अकसर रोगी को दांत किटकिटाने में आनन्द आता है। इसकी आदत लग जाने पर कभी-कभी रोगी सोने के बाद भी दांतों को घिसता (किटकिटाना) रहता है। इसका कारण है दांतों को ठीक से साफ न करना एवं पेट में कीड़े होनापरिचय :

कारण :

1. वायविडंग : दांतों को किटकिटाने वाले रोगी को लगातार 3 दिन तक वायविडंग का चूर्ण 6 ग्राम को 100 ग्राम दही के साथ मिलाकर सुबह-शाम खिलाना चाहिए। इससे दांतों का घिसना बन्द हो जाता है।
2. नीम : नीम के पत्तों का रस निकालकर 5 ग्राम रस को 2 से 4 दिन सुबह-शाम पिलाने से दांतों में होने वाले कीड़े खत्म हो जाते हैं और रोगी दांत किटकिटाना बन्द कर देता है।
3. कत्था : कत्था को बारीक पीसकर उसमें सरसों का तेल मिला लें। इस मिश्रण को बच्चों के मसूढ़ों पर मलने से दांत घिसना बन्द हो जाता है।
4. नमक : नमक में सरसों का तेल मिलाकर प्रतिदिन दांतों की जड़ या मसूढों पर मलने से दांत घिसने की आदत छूट जाती है।
5. एरण्ड : कई बच्चे रात को सोने के बाद भी दांत घिसते (किटकिटाते) रहते हैं। इस प्रकार के रोग में बच्चे के गुदा में एरण्ड का रस डालें। इससे सभी कीड़े नष्ट हो जाते हैं और दांत का घिसना बन्द हो जाता हैं।
6. टमाटर : दांत घिसने वाले रोगी को 2 टमाटर का रस निकालकर उसमें कालीमिर्च और काला नमक मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिलाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं और दांत घिसने की आदत छूट जाती है।
7. इरिमदादि तेल: इरिमदादि तेल को दांतों की जड़ों पर मलने से दांतों का घिसना (किटकिटाना) बन्द होता है।
8. खदिरादि : खदिरादि के तेल को रूई पर लगाकर प्रतिदिन 2 से 4 बार दांतों पर मलने से दांतों में लगे कीड़े खत्म हो जाते हैं।
9. फिटकरी : फिटकरी, सेंधानमक और नौसादर बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से बारीक पीसकर पॉउडर (मंजन) बनाकर दांतों व मसूढ़ों को मलने से दांतों में लगे कीड़े समाप्त होते हैं और दांत का किटकिटाना बन्द हो जाता है।
10. अजवायन : अजवायन में थोड़ा सेंधानमक मिलाकर रात को सोते समय खाने से रात को दांत किटकिटाने की आदत छूट जाती है।
11. हल्दी : हल्दी को पीसकर सरसों के तेल में मिलाकर दांतों पर प्रतिदिन मलने से दांतों का दर्द खत्म होता है और दांत किटकिटाना बन्द हो जाता है।