चर्म रोग (त्वचा के रोग) charam rog

चर्म रोग (त्वचा के रोग)


            त्वचा के रोग कई तरह के होते हैं जैसे-
खाज-खुजली, फोड़े-फुंसी, दाद, एक्जिमा (छाजन), छाले, खसरा आदि। ये रोग ज्यादातर गलत दवा को खाने से, ज्यादा तेज धूप में चलने से, स्त्रियों में मासिकधर्म की गड़बड़ी की वजह से, खून की खराबी से, नायलान के कपड़े पहनने से, नहाते समय ज्यादा सोडे वाले साबुन का उपयोग करने से, धूल मिट्टी के शरीर पर लगने की वजह से हो जाते हैं जैसे- कोढ़ का रोग एक तरह के भोजन के बाद बिल्कुल उसके उल्टी तरह का भोजन करने से, उल्टी, छींक, डकार, टट्टी-पेशाब आदि को आने से रोकने से, भोजन करने के बाद तुरन्त कसरत करने से, खट्टी चीजे, मूली, गुड़, चावल को ज्यादा खाने से हो जाता है। शरीर में खून की खराबी की वजह से खुजली का रोग हो जाता है। गैस के शरीर में ज्यादा होने से खुश्की का रोग हो जाता है। ज्यादा गर्म चीजें खाने से फोड़े-फुंसिया हो जाती हैं। इसी तरह खून में गर्मी बढ़ जाने के कारण, और गैस ज्यादा होने के कारण और बलगम के जम जाने के कारण चेहरे पर मुंहासे निकल आते हैं।परिचय :

विभिन्न भाषाओं में नाम :


हिन्दी     

चर्मरोग   

मराठी     

चर्म रोग, काटडांचे रोग

असमी  .   

छालार बेमार    

पंजाबी  .   

चमड़ी दे रोग

अंग्रेजी  .   

डिजीजेज आफ दि स्किन    

तमिल  .   

चरुम नोय

तेलगु     

चर्मरोगमुलु

बंगाली  .   

चर्मरोग

मलयालम 

त्वक्रोगम्  

गुजराती   

चमड़ा ना रोग

कन्नड़  .   

चर्मरोग

लक्षण :

भोजन और परहेज :