चक्कर आना
दिमाग में खून पर्याप्त मात्रा में न पहुंचने पर चक्कर आते हैं। इसके अलावा रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) का ज्यादा या कम होने पर भी चक्कर आते हैं। कान के बीच में सूजन होने पर भी चक्कर आते हैं। पुरानी कब्ज, गर्मी, खून की कमी, धूप में घूमना, अधिक संभोग करना, अधिक हस्तमैथुन करना, स्त्रियों में मासिक धर्म (एम.सी) की खराबी और अधिक थकावट आदि कारणों से भी चक्कर आते हैं।परिचय :
लक्षण :
आंवले के मुरब्बे को चांदी के एक बर्क में लपेटकर सुबह के समय खाली पेट खाने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
लगभग 6-6 ग्राम सूखे आंवले और सूखे धनिये को मोटा-मोटा कूटकर रात को सोते समय 100 मिलीलीटर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह मसलकर छानकर इसमें चीनी मिलाकर सेवन करें। यह चक्कर, प्यास व गर्मी को शान्त करता है।